scriptघंटों बिजली रही बंद तो ग्रामीणों ने उठाया यह कदम, बिजली कर्मचारियों के उड़ गए होश | villagers hoop of power office | Patrika News

घंटों बिजली रही बंद तो ग्रामीणों ने उठाया यह कदम, बिजली कर्मचारियों के उड़ गए होश

locationमंडलाPublished: Jul 21, 2019 05:07:56 pm

Submitted by:

amaresh singh

अघोषित कटौती से ग्रामीणों में आक्रोश

villagers hoop of power office

घंटों बिजली रही बंद तो आधी रात में बिजली कार्यालय का घेराव करने पहुंचे ग्रामीण

मंडला/लफरा। प्रदेश में कांगे्रस सरकार के आते ही लोग आये दिन बिजली की परेशानी से जूझ रहे हैं। ये आरोप है बम्हनी क्षेत्र की उन महिलाओं का, जो शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को अपने बच्चों के साथ विद्युत विभाग के गेट के सामने बैठी रहीं। लंबे समय से अघोषित कटौती से परेशान क्षेत्रवासियों का धैर्य तब टूट गया जब इस बार उन्हें लंबे चौड़े बिजली बिल थमाए गए। एक ओर बिजली की कटौती कभी भी की जा रही है और दूसरी ओर बिल भी बढ़ चढ़ाकर भेजे जा रहे हैं। बिजली आने जाने का कोई निर्धारित समय ही नहीं है दिन दिन भर बिजली बंद रहती है उसे तो जनता ले.देकर बर्दाश्त कर लेती है लेकिन जब शुक्रवार की शाम से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति रोक दी गई तो महिलाओं और पुरुषों का धैर्य जवाब दे गया और वे सभी रात्रि लगभग 12 बजे बम्हनी पावर हाउस पहुंच गए। इनमें लफरा क्षेत्रवासियों की संख्या अधिक थी।

खुलवाने लगे कार्यालय
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण पावर हाउस में रात्रि कालीन ड्यूटी पर कर्मियो से कार्यालय खोलने की जिद करते रहे ताकि वहीं की बिजली में चैन की नींद सो सकें। लम्बे वाद विवाद के चलते ड्यूटि पर तैनात कर्मी अपने अधिकारियों को सूचना देने का प्रयास करते रहे लेकिन जब किसी अधिकारी ने फोन नहीं उठाया तो पुलिस का सहारा लेना पड़ा। बम्हनी थाने से एएसआई झारिया अपने साथियों के साथ पावर हाउस आकर ग्रामीणों को घर वापस जाने के लिए मनाते रहे। बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों ने यह चेतावनी देते हुए घर जाने को तैयार हुए कि अब यदि रात में बिजली बंद हुई तो ट्रेक्टरों में सौ दो सौ लोग आकर विद्युत विभाग के कार्यालय में रात्रि विश्राम करेंगे।

रात 8 बजे बिजली बंद कर दी गई थी
बिंझिंंया ग्राम पंचायत में भी लोगों को शुक्रवार की रात गर्मी और मच्छर से परेशान होना पड़ा। रात 8 बजे बिजली बंद कर दी गई थी। जो रात में 2 बजे शुरू हुई। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा फोन ना उठाने के कारण कटरा विद्युत से लोगों को जबाव भी नहीं मिल सका। टिकरिया सब स्टेशन के मझगांव फीडर भी हमेशा बन्द रहता है जिससे हजारो गांव के गरीब जनता दिन रात परेशान है। कभी दिन में एक या दो बार चालू करके विद्युत आपूर्ति फिर बन्द कर दी जाती है।


लाइन का काम चल रहा है
कन्ट्रोल रूम में पूछने पर ये बता दिया जाता है कि लाइन का काम चल रहा है। बिजली बन्द रहने से न तो खेत की सिंचाई हो पा रहा है और न ही रात में कीड़े मकोड़े से बच पा रहे हैं। कुछ दिन पूर्व गुजरसानी ग्राम पंचायत के ग्राम मडिय़ाटोला-गुजरसानी की एक महिला की रात में सांप काटने से मौत हो गई क्योंकि परिजन बिजली न होने के कारण समझ ही नहीं पाए कि उसे सर्प ने काट लिया है। जानकारी के अनुसार इस फीडर में मझगांव, परताला, बम्हनी, बरबसपुर, लालीपुर, भावल, बिजेगाव, हरेटिकुर, सल्हेपनी, डोभी, तरवानी, सजपानी, सहजनी, चिरेडोंगरी, मंगलगंज, हनिमत्ता, कंडरा आदि शमिल हैं जो अधिकांश समय अंधेरे में रहते हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो