जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ विजय धुर्वे ने बताया कि आपातकालीन सेवाएं जिला एवं सिविल चिकित्सालयों में चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगी। इन चिकित्सालयों में सुबह 8 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे और रात्रि 8 से सुबह 8 बजे की तीन शिफ्ट रहेगी। इमरजेंसी में आने वाले किसी भी रोगी को (भले ही वह छोटी बीमारी लक्षण के उपचार के लिये आया हो) जांच एवं उपचार करने से मना नहीं किया जायेगा।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, चिकित्सालयों का जाँच (पेथालॉजी, एक्स-रे एवं बॉयोकेमिकल) विभाग भी सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहेगा। फास्ंिटग सेम्पल कलेक्शन के लिये लेब टेक्नीशियन सुबह 8 बजे से उपस्थित रहेगा। सुबह 11 बजे तक लिये गये सेम्पल की रिपोर्ट उसी दिन दोपहर एक बजे तक और पूर्वान्ह 11 से दोपहर 2 बजे के बीच लिये गये सेम्पल्स की रिपोर्ट उसी दिन दोपहर 3 से शाम 4 बजे तक दी जायेगी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में चिकित्सकों, विशेषज्ञों की ड्यूटी के संबंध में भी स्पष्ट एवं विस्तृत निर्देश दिये गये हैं, ताकि किसी मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को परिवर्तित व्यवस्था से असुविधा नहीं हो।
सीएस डॉ धुर्वे ने बताया कि सप्ताह में यदि दो दिन का निरंतर शासकीय अवकाश होता है, तो उसमें से दूसरे अवकाश के दिन नियमित ओपीडी सुबह 9 से 11 बजे तक खुली रहेगी। चिकित्सालयों में निरंतर दो दिन नियमित ओपीडी बंद नहीं रहेगी। चिकित्सालय में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक ओपीडी के समय में दोपहर 1.30 से 2.15 तक भोजन अवकाश रहेगा। सामान्य दिनों के साथ रविवार एवं अवकाश दिवसों में जिला एवं सिविल चिकित्सालयों में आपातकालीन ओपीडी 24 घंटे खुली रहेगी। सभी विशेषज्ञ और चिकित्सक सुबह 9 से 11 बजे तक अपने वार्डों में राउण्ड लेंगे।