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संबल का नहीं मिल रहा सहारा

locationमंडलाPublished: Jul 16, 2019 10:45:25 am

Submitted by:

Mangal Singh Thakur

हितग्राहियों को अब नए सवेरा का इंतजार

Sambal's not getting support

संबल का नहीं मिल रहा सहारा

नारायणगंज. सरकार बदलने के बाद पुरानी योजनाओं से मिलने वाली सहायता पर ब्रेक लग गया है। संबल योजना से सहारा मिलने की उम्मीद अब कम होती जा रही है और नई सरकार की नया सवेरा योजना से लाभ मिलने उम्मीद लगाकर गरीब और पीडि़त परिवार बैठे हैं। हालांकि अभी तक प्रदेश की नई सरकार की योजनाओं से गरीब परिवारों को लाभ मिलना शुरू नहीं हुआ है। शिवराज सरकार की संबल योजना के तहत अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता योजना, सरल बिजली बिल योजना का लाभ, मुख्यमंत्री जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन चलाई थी। इन योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा अनुग्रह सहायता राशि का लाभ नहीं मिलने से परिवार परेशान हो रहे हैं।
संबल के अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता योजना के तहत श्रमिक परिवार के मुखिया की मौत होने पर सहायता मिलना था। इसमें मौत होने के तुरंत बाद 5 हजार रुपए अंत्येष्टि के लिए इसके बाद 2 लाख रुपए अनुग्रह राशि मिलना था। योजना के तहत एक्सीडेंटल मौत होने पर 4 लाख रुपए और स्थाई विकलांगता होने पर भी लाभ दिया जाना था। योजना का लाभ लेने के लिए परिजन भटक रहे है जिनके परिवार के मुखिया की मौत हो चुकी है। इसमें ऐसे भी परिवार है जो एक साल से इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए जनपद के चक्कर काट रहे हैं।
मजदूरों के हित के लिए चलाए जा रहे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक संबल योजना भी है। जिससे कि पीडि़त जरूरतमंद परिवारों को संकट की घड़ी से उभरने में सहायता मिल सके। जबकि इन घटनाओं में किसी का जवान बेटा तो किसी परिवार के बच्चों के पिता का साया सर से उठ जाता है। उस परिवार के लिए बेहद दुखद भरा होता है। सामने घर परिवार चलाने का बड़ा प्रश्न खड़ा होता है। इन्हीं सब उद्देश्यों की पूर्ति जनहित में हो सके सरकार द्वारा योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है लेकिन प्रशासनिक रवैया ऐसा कि साल साल भर से आवेदन किए हितग्राहियों को लाभ दिलाने में अब तक अमला नाकाम रहा है।
केस 01- सीएम हेल्प लाइन में भी आश्वासन
लिखित शिकायत जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भूपेन्द्र वरकड़े को जनपद पंचायत नारायणगंज के ग्राम पंचायत मानेगांव अंतर्गत ग्राम झाझनगर निवासी उमेश झारिया ने की है। आवेदन में बताया कि 4 फरवरी 2018 को मेरे पुत्र रोहित झारिया उम्र 26 वर्ष की सडक़ दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। जिस के लिए संबल योजना का लाभ लेने आवेदन किया गया। जिसकी सहायता राशि भी स्वीकृत हो गई है। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी राशि नहीं मिल पाई है। आवेदक द्वारा लगभग 4 माह पहले सीएम हेल्पलाइन 181 में भी शिकायत दर्ज कराया गया था। जिसे अधिकारियों द्वारा बहला फुसलाकर शीघ्र आपको राशि दिला दी जाएगी कहकर शिकायत वापस करा लिया गया। लेकिन अब तक राशि नहीं मिली। अब हितग्राही को भटकना पड़ रहा है।
केस 02 – दस्तावेज जमा फिर भी इंतजार
इसी तरह पूरन सिंह पिता अघनू निवासी कुई वन ग्राम ग्राम पंचायत अमदरा की 3 जुलाई 2018 को सर्पदंश से मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता राशि मांग के लिए आवेदन तहसील कार्यालय नारायणगंज में आवेदिका गुहिया बाई मृतक की पत्नी द्वारा किया गया था। जिसे तहसील कार्यालय द्वारा दिनांक 12 सितंबर 2018 को जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र के माध्यम से दी गई। लेकिन आवेदिका के पति पूरन सिंह का मध्य प्रदेश शासन श्रम विभाग असंगठित कर्मकार पंजीयन प्रमाण पत्र अनुसार 8 मई 2018 में वैध पंजीयन होने के कारण आवेदिका को मुख्यमंत्री मजदूर कल्याण संबल योजना का लाभ दिया जाना था जो कि हल्का पटवारी का प्रतिवेदन व अन्य आवश्यक दस्तावेजों सहित मुख्य कार्यपालन अधिकारी को प्रेषित तहसील कार्यालय द्वारा कर दिया गया है। लेकिन साल भर बीतने को चले अब तक लाभ नहीं दिया गया।

शासन द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का धरातल पर जनहित के लिए सफल क्रियान्वयन ना हो पाना बहुत बड़ी लापरवाही है। हितग्राहियों को सभी योजनाओं का समय पर लाभ मिलना चाहिए। लापरवाहों पर कार्यवाही होनी चाहिए।
भूपेंद्र वरकड़े, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत

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