केस बिगाडऩे का डर
टूटी हड्डी लेकर इलाज का इंतजार कर रहे मरीजों से मंगलवार को जब इस बारे में जानकारी ली गई तो इस डर से मरीजों और उनके परिजनों ने ज्यादा कुछ बताने से इंकार कर दिया कि कहीं चिकित्सक केस न बिगाड़ दे। लेकिन मरीजों को एक्सरे रिपोर्ट के लिए शाम तक का इंतजार करने के लिए अवश्य कहा गया था।कल पहुंचने वाले मरीज ही नहीं, वार्डों में पहले से भर्ती अधिकतर मरीजों का भी यही कहना है कि उन्हें एक्स रे रिपोर्ट शाम को ही दी गई थी।
लगती है लंबी कतार
जिला अस्पताल के एक्स रे विभाग में लापरवाही और मनमानी का बोलबाला है। एक मरीज का एक्स रे करने के लिए लगभग 30 से 40 मिनट लिए जा रहे हैं। ऐसे में सुबह के वक्त हर दिन एक्सरे कक्ष के सामने मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं। एक ओर दर्द से कराहते लोगों को एक्स रे के लिए देर तक इंतजार करना पड़ रहा है तो दूसरी ओर रिपोर्ट के लिए उन्हें शाम की शिफ्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल एक्सरे कराने पहुंचे अमित सिंह, आदित्य पटेल ने बताया कि जिला अस्पताल के एक्सरे विभाग के कर्मचारियों की मनमानी देखकर उन्होंने निजी एक्सरे सेंटरों से ही एक्सरे कराना उचित समझा। फिर एक ट्रस्टी अस्पताल में शेष उपचार लेने के लिए रवाना हो गए। हालांकि एक्सरे रिपोर्ट को दो घंटे के अंदर हर हाल में देना चाहिए।
इस तरह की शिकायतों को शीघ्र ही दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
डॉ केसी सरोते, सीएमएचओ शहडोल