scriptअपने बिजनेस में आजमाएं ये उपाय, दिन दूना-रात चौगुना होगा फायदा | Startups: how to make profitable business strategy tips in hindi | Patrika News

अपने बिजनेस में आजमाएं ये उपाय, दिन दूना-रात चौगुना होगा फायदा

locationजयपुरPublished: Jul 12, 2019 04:15:07 pm

Startups: एक ऑफर, डिस्काउंट, एक्सचेंज ऑफर जैसे शब्द आज के कॉम्पीटिशन वाले मार्केट में आसानी से सुनाई दे जाते हैं।

startups, success mantra, start up, Management Mantra, motivational story, career tips in hindi, inspirational story in hindi, motivational story in hindi, business tips in hindi,

startups, success mantra, start up, Management Mantra, motivational story, career tips in hindi, inspirational story in hindi, motivational story in hindi, business tips in hindi,

Startups: बिजनेस वर्ल्ड में सक्सेसफुली जमे रहने के लिए स्मॉल बिजनेस से लेकर बिग ब्रांड तक अलग-अलग स्ट्रेटजी को फॉलो करते हंै। इसमें प्रमुख तौर जो स्ट्रेटजी रहती है वह है मार्केटिंग को किस प्रकार से मैनेज करें कि कॉम्पीटिटर पीछे हो सके। मार्केटिंग के दम पर कॉम्पीटिटर के साथ चेज करना स्मॉल बिजनेस के लिए संभव नहीं है। इसका प्रमुख कारण है उनके पास बजट और प्रोफेशनल्स की कमी। यदि आपकी बिजनेस प्लानिंग सही है तो भी आप बिग ब्रांड और अपने कॉम्पीटिटर के मुकाबले मार्केट में जमे रह सकते हैं। इसके लिए आवश्यकता है बिजनेस के बेसिक रूल्स फॉलो करने की।

ये भी पढ़ेः इस तरह चुनें एक अच्छा बिजनेस पार्टनर तो दिन दूना रात चौगुना बढ़ेगा बिजनेस

पहचान करना आवश्यक
यंग या स्मॉल एंटरप्रेन्योर के लिए जरूरी है कि उसे इस बात का पता हो कि मार्केट में उसके कॉम्पीटिटर कौन-कौन हैं? उनकी पहचान करें और उसी के अनुसार अपनी स्ट्रेटजी को प्लान करें। आपको बिजनेस की शुरुआत में बिग ब्रांड की ओर देखने की आवश्यकता नहीं है। शुरुआत आप स्मॉल बिजनेस कॉम्पीटिटर के साथ करें। जिस भी प्रोडेक्ट या सर्विस को ऑफर कर रहे हैं उसी प्रोडक्ट या सर्विस को आपका कॉम्पीटिटर किस प्रकार कस्टमर को दे रहा है इसके बारें में जानकारी हासिल करें।

ये भी पढ़ेः ऐसे शुरु करें खुद का फोटोग्राफी बिजनेस, हर महीने कमाएंगे लाखों

ये भी पढ़ेः फेल होने के बाद आजमाएं ये 5 उपाय तो पक्का मिलेगी कामयाबी

कस्टमर के साथ लॉयल रहें
कस्टमर बेस बढ़ाने के लिए जरूरी है कि ऐसे कस्टमर की पहचान करें जो कि आपकी सर्विस या प्रोडक्ट को रेगूलर इस्तेमाल कर रहे हंै। उनकी जरूरत को समझें और उसी के अनुसार उन्हें आप सर्विस ऑफर कर सकते हैं। जो कस्टमर आपके साथ लंबे समय से जुड़े हैं उनके लिए आप अलग से डिस्काउंट या ऑफर प्लान करें। स्मॉल बिजनेस होने के बाद भी प्रयास करें कि लॉयल कस्टमर को आप होम डिलीवरी जैसी बेसिक सर्विस फ्री में उपलब्ध करा सकें।

एम्प्लाई की जरूरतें समझें
बिजनेस रिसर्च से जुड़ी एक फर्म की रिपोर्ट में सामने आया है कि नाखुश कर्मचारी आपकी प्रोडक्टीविटी को 10 प्रतिशत तक घटा सकते हैं, जबकि खुश कर्मचारी 12 प्रतिशत बढ़ा सकते हैं। यह समझने की जरुरत है कि कॉम्पीटिटर के बिजनेस को ओवरशाइन करने के लिए आपको अपने एम्प्लाई की जरूरतों को समझना होगा। वहीं कस्टमर रिलेशन, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, स्मॉल स्केल मार्केटिंग आदि को भी यदि सही तरीके से मैनेज किया जाए तो अपने कॉम्पीटिटर के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकते हैं।

रियलिस्टिक डिस्काउंट की जरूरत
एक ऑफर, डिस्काउंट, एक्सचेंज ऑफर जैसे शब्द आज के कॉम्पीटिशन वाले मार्केट में आसानी से सुनाई दे जाते हैं लेकिन अधिकतर कंपनियां रिएलस्टिक डिस्काउंट देने से बचती हैं। इससे कस्टमरों में प्रतिदिन आने वाले ऐसे डिस्काउंट या ऑफर के प्रति क्रेज कम हो रहा है। हालांकि कस्टमर से जल्द ही कनेक्ट होने का यह बेहतर जरिया है लेकिन यह कारगर तभी है जब कस्टमर को इससे लाभ हो और वह इसके बारे में सोचे भी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो