अपने स्टॉर्टअप के लिए यदि आप ट्रेड शो में स्टॉल बुक कराएं तो यह मार्केटिंग का बेहतर ऑप्शन होगा। लेकिन यदि आपका बजट नहीं तो भी आप अपने स्टॉर्टअप यहां प्रमोट कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने विजिटिंग कार्ड, माउथ पब्लिसिटी, ब्रोशर या अन्य किसी एक्टिविटी का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन इस तरह के मार्केटिंग ऑप्शन अपनाने से पहले ऑर्गेनाइजर से परमिशन जरूर लें।
किसी भी क्षेत्र के ट्रेड शो अपने प्रोडेक्ट शो करने या केवल कंपनी की उपस्थिति दर्ज कराने के मौके नहीं होते। दरअसल ट्रेड शो का पहला मकसद एक फील्ड के अधिकतर एंटरप्रेन्योर को एक मंच पर लाना है, जिससे कि वे एक-दूसरे के काम को जान सकें और प्रोडेक्ट को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इसकी जानकारी भी उन्हें मिल सके। एक यंग एंटरप्रेन्योर के लिए ट्रेड शो अपने आपको एक्सप्लोर करने का बेहतर जरिया होता है। अपनी फील्ड के सक्सेसफुल लोगों से मिलने और काम को समझने के लिए एंटरप्रेन्योर को ट्रेड शो में जरूर जाना चाहिए।
जब आप अपना बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो आपके पास जानकारी तो होती है, लेकिन टेक्नीकली आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिसमें प्रमुख रूप से सॉफ्टवेयर, सपोर्टिंग टूल्स या हार्डवेयर की उपलब्धता है। जब आप अकेले इन सभी को अरेंज करेंगे तो आपको ऑप्शन लिमिटेड नजर आएंगे। ट्रेड शो में जाने से आपको इन समस्याओं का समाधान मिल सकता है। साथ ही ज्यादा ऑप्शन होने से आपको पैसों में भी बेनिफिट हो सकता है। इसके अलावा आपको एक नए मार्केट का भी पता लगेगा जिससे आपका सीधा सबंध तो नहीं है लेकिन आपके बिजनेस के सेटअप में उस मार्केट में मिलने वाली चीजों का अहम योगदान है।
आजकल अधिकतर ट्रेड शो में प्रोफेशनलस के लिए सेमिनार का भी आयोजन किया जाता है। यह किसी भी एंटरप्रेन्योर के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। इसलिए आप प्रयास करें कि ऐसी सभी सेमिनार्स के सेशन्स अटेंड करें और टॉक शो का हिस्सा बनें। बड़े लेवल के ट्रेड शोज आपकी सोच को विस्तृत बनाने में मददगार होते हैं। आप जिस फील्ड में काम कर रहे हैं, उस फील्ड के प्रोफेशनल्स के अनुभव आपको अपने बिजनेस में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा टॉक शो में होने वाले सवाल-जवाब से आपको अपने स्टॉर्टअप जो परेशानी आती है, उनके जवाब भी मिल सकते हैं। इसलिए ट्रेड शो में फ्री एजुकेशन का लाभ लेने का पूरा प्रयास करें।