script

राजस्थान विस चुनाव : पढ़ाई-लिखाई पंच-सरपंच का चुनाव लडऩे लायक भी नहीं, फिर भी मिला टिकट

locationजयपुरPublished: Nov 13, 2018 01:53:56 pm

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रविवार को 131 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। सूची में 85 वर्तमान विधायकों सहित पिछले चुनाव में हारे हुए कुछ प्रत्याशियों को फिर से मौका दिया है।

Rajasthan Assembly Election 2018

Election 2018

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रविवार को 131 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की। सूची में 85 वर्तमान विधायकों सहित पिछले चुनाव में हारे हुए कुछ प्रत्याशियों को फिर से मौका दिया है। पिछले चुनाव में बागी रहे प्रत्याशियों को भी मौका मिला। लेकिन भाजपा की पहली सूची में करोड़पति और आपराधिक केस वाले लोगों को उम्मीदवार बना टिकट से नवाजा गया है। प्रदेश में भाजपा सरकार ने पंचायती राज चुनाव लडऩे के लिए 8वीं और 10वीं पास की न्यूनतम योग्यता निर्धारित की लेकिन भाजपा की पहली सूची में हो कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो 8वीं भी पास नहीं कर पाए हैं। भाजपा के मौजूदा विधायकों और पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे 94 की तरफ 201३ के चुनाव में दिए गए शपथ-पत्र के अनुसार से 66 प्रत्याशी करोड़पति है। यानि की 70 फीसदी। बाकी प्रत्याशी की संपत्ति का पता नामांकन दाखिल होने के बाद ही चला पाएगा।

लेकिन राजनीति में बढ़ते धनबल के चलते इतना तो तय है कि बचे 37 प्रत्याशियों में से भी कई करोड़पति निकलेगें। वहीं इन 94 प्रत्याशियों में से 14 पर 2013 में आपराधिक केस थे। यानि 15 फीसदी। सूची में शामिल लोगों ने अपना पेशा खेती, व्यापार, वकालत, चिकित्सा, शिक्षा है। प्रत्याशियों के 2013 शपथ-पत्र के अनुसार खेती और व्यापार करने वाले सर्वाधिक हैं। खेती मेंं नुकसान के चलते देश में किसान भले ही आत्महत्या कर रहे हों लेकिन खेती करने वाले नेता इससे भी करोड़ों बना रहे हैं।

रोचक तथ्य है कि खेती करने वाले कई प्रत्याशी करोड़पति हैं तो कई प्रत्याशी खेती के साथ-साथ व्यापार भी कर रहे हैं। 94 प्रत्याशियों में से 40 ने अपना पेशा खेती घोषित किया था यानि 42 फीसदी। 34 प्रत्याशियों ने अपना पेशा व्यापार बताया था यानि 36 फीसदी। एक प्रत्याशी ने 2013 के विधानसभा चुनाव में दिए शपथ-पत्र में अपना पेशा पूजा-अर्चना बताया था। ४ प्रत्याशी वकालत करते हुए राजनीति में आए हैं और वकालत ही पेशा बताया है तो एक प्रोफेसर हैं। कुछ ने समाजसेवा सहित अन्य पेशा बताया। हालांकि, 2013 के शपथ-पत्र के अनुसार दागी रहे प्रत्याशियों में से कुछ को न्यायालय से राहत मिल चुकी है।

अंकित ढाका

ट्रेंडिंग वीडियो