वहीं, उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा सपा और कांग्रेस से मांगे गए जवाब पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मैं समझती हूं कि किसी भी चुनाव प्रचार में भाषा की अपनी मर्यादा होनी चाहिए। सभी लोगों को चुनाव प्रचार के दौरान भाषा की मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए, ताकि चुनाव प्रचार सफल साबित हो। हालांकि, इस दौरान डिंपल ने किसी भी दल का नाम नहीं लिया।
‘लोगों की भावनाओं के साथ खेलती है BJP’
डिंपल यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी चुनाव के दौरान लोगों की भावनाओं के साथ खेलने का प्रयास करती है। जब भी चुनाव होते हैं, तो धर्म का शिगूफा छोड़ दिया जाता है। बता दें कि डिंपल ने यह बयान पीएम मोदी के इस बयान पर दिया है, जिसमें उन्होंने बीते दिनों एक चुनावी रैली में कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वो सारी संपत्ति मुस्लिमों को दे देगी। अखिलेश के कन्नौज से चुनाव लड़ने पर सुब्रत पाठक का तंज
अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ रहे हैं, जिस पर बीते दिनों सुब्रत पाठक ने कहा था कि कन्नौज में भारत और पाकिस्तान का मैच है। इस पर डिंपल ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं समझती हूं कि यह एक तरह की भेदभाव वाली राजनीति है और इस तरह की राजनीति से देश का विकास कभी नहीं होगा। अगर हम चाहते हैं कि हमारा देश विकास करे, तो हमें इस तरह की राजनीति को पीछे छोड़ना होगा।