पुलिस मुख्यालय के आदेश हैं कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी एक थाने में तीन वर्षों से अधिक नहीं रह सकता, परंतु महू समेत आसपास के थानों में कई सिपाही अंगद के पैर की तरह जमे हैं। बीते वर्षों में कई आईपीएस बदले, लेकिन उक्त सिपाही तबादला सूची से बचे चले आ रहे हैं। सूत्रों से पता चला है कि कुछ ऐसे सिपाही है जिनका तबादला अन्यत्र थाने में हो चुका है, परंतु अटैचमेंट के चलते वे जमे हुए हैं। हाल ही में डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने स्पष्ट कहा है कि जिन थानों में वर्षों से जमे सिपाहियों के नाम तबादला सूची में नहीं दिए गए तो संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
20 वर्षो से घूम रहे हैं तहसील के ही थानों में
महू क्षेत्र के कुछ ऐसे पुलिसकर्मी हैं, जो विगत २० वर्षों से ही महू व तहसील के ही आसपास के बडग़ोंदा, सिमरोल , किशनजंग, महू व मानपुर के थानों में रह कर अपना पूरा कार्यकाल गुजार चुके हैं।
इनका कहना है…
महू क्षेत्र के कुछ ऐसे पुलिसकर्मी हैं, जो विगत २० वर्षों से ही महू व तहसील के ही आसपास के बडग़ोंदा, सिमरोल , किशनजंग, महू व मानपुर के थानों में रह कर अपना पूरा कार्यकाल गुजार चुके हैं।
इनका कहना है…
कोई भी पुलिसकर्मी एक ही थाने में तीन या चार वर्ष से अधिक समय तक रहता है तो तत्काल कारवाई कर हटाया जाएगा।
हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआईजी इंदौर
हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआईजी इंदौर