नौतनवां थाना क्षेत्र के कुरहवां घाट गांव में एसएसबी और ग्रामीणों के बीच हुई खूनी संघर्ष में मृतक कमलेश पासवान के भाई अखिलेश की तहरीर पर अज्ञात एसएसबी जवानों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना के बाद अंतिम क्षण तक अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला व उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश अजोर के नेतृत्व में प्रशासनिक अमला गांव में कैम्प कर ग्रामीणों व परिजनों के आक्रोश को शांत करने में जुटा रहा।
एएसपी आशुतोष शुक्ला ने बताया कि गांव में ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक के अंतिम संस्कार में कोई अप्रिय घटना न हो, इसे लेकर सर्तकता बरती गई है। भारी पुलिस बल के साथ एक प्लाटून पीएसी भी गांव में तैनात है।
एसएसबी का कहना है कि रात को तस्करी का शराब लेकर आ रहे युवकों की जांच करने को लेकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों और एसएसबी जवानों से कहासुनी के बाद हिंसक झड़प हुई। जिसमें ग्रामीणों द्वारा रायफल छीनने की भी कोशिश की गई और जवानों पर हमला भी किया गया।
कुरहवां कांड में एसएसबी की फायरिंग में मारे गए युवक का सोमवार देर रात अंतिम संस्कार कर दिया गया।शव यात्रा से लेकर अंतिम संस्कार संपन्न होने तक गांव से लेकर शमशान घाट तक भारी तादाद में पीएसी और पुलिस फोर्स तैनात थी। शव यात्रा में भाजपा नेता समीर त्रिपाठी व पूर्व विधायक मुन्ना सिंह सहित क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों सहित सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान सभी की आंखें नम थी।