जिले के बड़े व्यवयायियों में शुमार थे विश्वनाथ वर्मा महराजगंज सदर कोतवाली क्षेत्र के बरवा फहीम के रहने वाले विश्वनाथ वर्मा (60 वर्ष) जिले के बड़े व्यवसायियों में एक थे। करीब डेढ़ दशक पूर्व उन्होंने एक राइस मिल प्रारंभ की थी। करीब पांच साल पहले उन्होंने राइस मिल का व्यवसाय बंद कर डेयरी उद्योग लगाया और सोयाबीन की फैक्ट्री खोली।
चार संतानों में एक बेटी नौकरी करती, एक बेटी-बेटा पढ़ाई विश्वनाथ वर्मा की चार संतानें हैं। बड़ा बेटा सतीश उनके साथ रहता था। जबकि आशीष लखनऊ में रहकर पढ़ता है। एक बेटी पूनम दिल्ली में नौकरी करती है जबकि दूसरी बेटी अंकिता बहन के साथ ही रहकर पढ़ाई कर रही है।
बड़ा बेटा सतीश रहता था साथ आसपास के लोगों के अनुसार विश्वनाथ वर्मा के साथ रहने वाला उनका बेटा सतीश नशे का आदी था। वह खूब शराब पीता था। सतीश अपने माता-पिता के साथ ही रहता था।
मुनीम जब घर पहुंचा तो खुला मामला मंगलवार को विश्वनाथ वर्मा का मुनीम राममिलन जब उनके घर पहुंचा तो गेट पर ताला लगा हुआ था। आवाज लगाने पर भी कोई नहीं निकला। राममिलन को कुछ शक हुआ। वह विश्वनाथ वर्मा के बड़े भाई मुरारी वर्मा के घर गया और उनको लेकर आया। उन्होंने भी आवाज दी लेकिन कोई बाहर नहीं निकला। देखते ही देखते काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए। मुरारी वर्मा ने पुलिस को फोन किया। पुलिस पहुंची और ताला तोड़कर वह अंदर दाखिल हुई। अंदर का दृश्य देखकर सब चैक गए। विश्वनाथ वर्मा और पत्नी लालती देवी (55) के खून से लथपथ शव कमरे में पड़े थे।
बड़ा बेटा सतीश लापता, बेटा सतीश पर ही हत्या का आरोप सतीश का कहीं अता पता नहीं था। सतीश के लापता होने के बाद लोगों को शक हुआ कि सतीश हत्या कर फरार हो गया है। पुलिस ने तत्काल आला कत्ल को कब्जे में लेने के बाद शवों को पोस्टमार्टम को भेजवाया। उधर, विश्वनाथ वर्मा के बड़े भाई मुरारी वर्मा ने सतीश पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।