वहीं बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का वादा करने वाले महोबा जिला अस्पताल में मरीज को स्ट्रेचर तक नसीब नही हुआ वृद्ध के परिजन उसको गोद मे उठाकर डॉक्टर के पास पहुँचे। वहीं परिजनों का कहना है कि सरकार के दावे विफल हैं। एम्बुलेंस का लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा कई बार फोन करने पर भी एम्बुलेंस नहीं आई।
वहीं सीएमएस उदयवीर सिंह से मरीज को एम्बुलेंस का न मिलने का कारण पूछा गया तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुये कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा हमारे पास नहीं है, इसका संचालन लखनऊ से होता है। वही जब स्ट्रेचर न मिलने की बात पर उन्होंने अस्पताल के बाहर दो वार्डबॉय तैनात होने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो भी मरीज के परिजन स्ट्रेचर मांगते हैं उनको वार्डबॉय के द्वारा स्ट्रेचर उपलब्ध कराया जाता है। मगर इन साहब को कौन बताये कि तश्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं और जिला अस्पताल में जरूरतमंदों को कभी न तो स्ट्रेचर मिलता है और न ही स्वास्थय सेवाएं मिलती है !
वहीं सीएमएस उदयवीर सिंह से मरीज को एम्बुलेंस का न मिलने का कारण पूछा गया तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुये कहा कि 108 एम्बुलेंस सेवा हमारे पास नहीं है, इसका संचालन लखनऊ से होता है। वही जब स्ट्रेचर न मिलने की बात पर उन्होंने अस्पताल के बाहर दो वार्डबॉय तैनात होने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो भी मरीज के परिजन स्ट्रेचर मांगते हैं उनको वार्डबॉय के द्वारा स्ट्रेचर उपलब्ध कराया जाता है। मगर इन साहब को कौन बताये कि तश्वीरें कभी झूठ नहीं बोलतीं और जिला अस्पताल में जरूरतमंदों को कभी न तो स्ट्रेचर मिलता है और न ही स्वास्थय सेवाएं मिलती है !