यह है पूरा मामला
हजरत अली अंजुमन सोसायटी के अध्यक्ष जलील खां ने जिलाधिकारी सहदेव को दिए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि सरकारी भूमि पर शहर की सबसे बड़ी कब्रगाह में लगे 20 वृक्षों को माफियाओं द्वारा काट जार अलग कर दिया है। ज्ञापन में कहा गया है कि सोसायटी के द्वारा 3 वर्ष पूर्व कब्रगाह की भूमि पर पौधे रोपित किए गए थे। मगर माफियाओं के द्वारा कब्जा करने के नीयत से कब्रगाह में लगे वृक्षों का कटान कराया जा रहा है।
साथ ही बताया कि राजस्व अभिलेखों में भूमि खसरा खतौनी नंबर 1779 नानजेड ग्राम सभा के नाम से दर्ज है। मगर भू माफियाओं के द्वारा भूमि को हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके लिए सरकारी भूमि में लगे वृक्षों के कटान कराने के साथ ही दबंगो के द्वारा कबाड़ की सामग्री फैला दी गई है। सोसायटी के द्वारा कबाड़ की सामग्री हटाने की मांग की गई है। बता दें कि जिलें भर में भू माफिया सरकारी भूमियों पर गिद्ध नजर गड़ाए हुए है।
जान बूझकर तमाशबीन बने लोग
राजस्व कर्मचारियों की कृपा से माफिया इन सरकारी भूमियों पर कब्जा पाने में सफल हो रहे है। सिचाई विभाग के फीडर के पास भी माफियाओं के द्वारा कब्जा करने की नीयत से पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है। ऐसा कटाई नहीं है कि सम्बंधित विभागों की इनकी जानकारी नहीं बल्कि शिकायतें होने के बाद भी इन अवैध कब्जो को रोकने में या तो नाकाम है या फिर जान बूझकर तमाशबीन बने है।