इसके अलावा राज्य सरकार 60 साल से ऊपर वाले कम से कम 10 लाख साधु-संतों को वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ देने जा रही है। अभी तक वृद्धावस्था पेंशन योजना में साधु-संतों को इसलिए शामिल नहीं किया गया था कि माना जा रहा था कि उनका गृहस्थी से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन, अब समाज कल्याण अधिकारियों को निर्देशित किया गया है वह सूबे के सभी जिलों में ऐसे साधु-संतों की पहचान करें जो वृद्धावस्था पेंशन की पात्रता रखते हैं। इसके लिए कैंप लगाकर साधु-संतों को चिन्हित किया जाएगा।