संकल्प पत्र में राम के उग्र रूप वाली तस्वीर पर संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने धनुष-बाण से ही दुष्ट रावण का वध किया था। अब रावण रूपी राष्ट्र द्रोही लोग राम जन्मभूमि का बंटवारा कर भारत का विभाजन करना चाहते हैं। भगवान श्रीराम इन राष्ट्र विरोधी तत्वों का विनाश कर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, 11 दिसम्बर से पहले संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। ऐसे में विहिप 9 दिसंबर तक विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी राम मंदिर निर्माण पर समर्थन के लिए देश के सभी 543 सांसदों से मुलाकात करेंगे और अयोध्या मामले में समर्थन मांगेंगे। विहिप चाहती है कि आगामी शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण पर सांसदों के समर्थन से कानून पास किया जाये। इस बीच विहिप ने राम मंदिर को लेकर अध्यादेश लाने और कानून बनाने की मांग तेज कर दी है। सांसदों से मुलाकात की कार्ययोजना तैयार हो गई है। सुलतानपुर में सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर बाल ब्रह्मचारी शिवयोगी मौनी महाराज ने बताया कि उनके पास अमेठी और सुलतानपर के साथ अन्य जिलों के सांसदों से मुलाकात की जिम्मेदारी है। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण के पक्ष में विहिप को देश भर से करीब 350 सांसदों का समर्थन हासिल होगा।