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लखनऊ

यूपी में दलितों पर होता है सबसे ज्यादा अत्याचार, हत्या और अपहरण में बना नंबर वन

य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट में यूपी बना अपराधों का बादशाह।

लखनऊDec 01, 2017 / 01:38 pm

Dhirendra Singh

dalit crime ncrb

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लखनऊ. दलितों की स्थिति को सुधारने के दावे कर उत्तर प्रदेश में हर बार सरकारें सत्ता में आती और जाती हैं। लेकिन दलितों की स्थिति यूपी में जस की तस बनी हुई है। देश में दलितों के खिलाफ दर्ज किए गए अपराधों के मामलों में उत्तर प्रदेश की स्थिति सबसे खराब है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी साल 2016 की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

यूपी में दलितों की सुनने वाले कोई नहीं
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ो के मुताबिक देश भर में दलितों के खिलाफ हुए 40,801 मामले दर्ज किए गए। दलितों के खिलाफ हुए अपराध में सबसे ज्यादा चर्चित उत्तर प्रदेश राज्य रहा। क्योंकि यहां साल 2016 में सबसे ज्यादा 10,426 मुकदमे दर्ज किए गए। वहीं बिहार 5701 और राजस्थान 5,134 मामलों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

आईपीएसी (IPC) में दर्ज मुकदमों में यूपी अव्वल
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के डाटा के मुताबिक साल 2016 में देश भर में आईपीसी के अंतर्गत 29,75,711 केस दर्ज हुए हैं। वहीं स्पेशल एंड लोकल लॉ के 18,55,804 केस मिलाकर कुल 48,31,515 मुकदमें देश भर में दर्ज किए गए थे।
भारतीय दण्ड संहिता (आईपीसी) के तहत दर्ज मामले में यूपी देश में पहले नंबर पर है। यूपी 9.5 प्रतिशत मामलों के साथ पहले नंबर पर है, वहीं मध्य प्रदेश 8.9 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है, इसके बाद महाराष्ट्र और केरल 8.8 प्रतिशत व 8.7 प्रतिशत के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर है।

यूपी में नहीं रूकी हत्या और अपहरण की वारदातें
देश भर में 2016 में हत्या की 30,450 वारदातें दर्ज की गई। इसमें भी यूपी पहले नंबर पर आता है। यूपी 4,889 हत्या के मामलों के साथ पहले नंबर पर रहा। वहीं बिहार 2,581 और महाराष्ट्र 2,299 हत्या के मामलों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर रहा।
इसके अलावा अपहरण की वारदातों में यूपी ने अन्य राज्यों को पीछे छोड़ दिया। साल 2016 में कुल 88,008 अपहरण के मामले सामने आए। इसमें 23,350 पुरुष और 66,525 महिलाएं थी। अचंभे की बात यह है कि इनमें से 33,855 महिला व पुरुष का अपहरण या भागने के पीछे शादी मुख्य कारण था।
अपहरण के मामले में भी यूपी 15,898 मामलों के साथ देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए पहले नंबर पर है। वहीं महाराष्ट्र 9,333 और बिहार 7,324 मामलों के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं।

महिला सुरक्षा के दावो में कम दिखा दम
देश भर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले 3,38,954 अपराधिक मामले दर्ज किए गए। सबसे ज्यादा मामले यूपी (49,262) के सामने आए। पति व उसके परिवार द्वारा प्रताड़ना के 1,10,378 मामले शामिल थे। जिसमें टॉप तीन राज्यों में पश्चिम बंगाल, राजस्थान और यूपी का नाम शामिल है। वहीं छेड़छाड़ के 84,746 मामले दर्ज किए गए। इन मामलों में भारत के टॉप तीन राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश हैं। इसके अलावा देश में 2016 में रेप के 38,947 मामले दर्ज किए गए। रेप से जुड़ी सबसे ज्यादा वारदातें मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में दर्ज की गई।

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