सीएम योगी ने भी पूर्व पुलिस महानिदेशक श्रीराम अरुण के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम अरुण एक योग्य और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे। उन्होंने अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। उनकी सेवाओं को सदैव याद किया जाएगा। सीएम योगी ने साथ ही दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। सीएम योगी उनके आवास भी पहुंचे जहां श्रीराम अरुण के पार्थिव शरीर पर उन्होंने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ये भी पढ़ें- यूपी डीजीपी ने विवेक तिवारी हत्याकांड में अपने ताजा बयान में किया बहुत बड़ा ऐलान, मानी यह बात, इन पुलिसवालों का किया प्रमोशन दो बार रहे यूपी के डीजीपी- श्रीराम अरुण लखनऊ के एसएसपी रहने के साथ ही दो बार- मायावती व कल्याण सिंह की सरकार में- यूपी के डीजीपी रहे। उनका पहला कार्यकाल 3 मई 1997 से 2 अप्रैल 1998 तक रहा तो वहीं दूसरी बार 23 दिसंबर 1999 से 31 जुलाई 2000 तक उनका कार्यकाल रहा। उन्होंने यूपी के अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग के अध्यक्ष का पद भी संभाला। यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण स्वर्गीय श्रीराम अरुण के पुत्र हैं। श्रीराम अरुण की पहचान प्रदेश के एक बेहद कर्मठ, शालीन और मजबूत इरादों वाले पुलिस अफसर की रही। पुलिस विभाग में आज भी उनके काम की मिसाल दी जाती है।