ये भी पढ़ें- आजम खां के खिलाफ FIR पर अखिलेश का धमाकेदार बयान, कहा- नहीं करेंगे ये बर्दाश्त, कर दी बहुत बड़ी घोषणा यूपी डीजीपी ने दिए निर्देश- यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों और पीएसी के कमांडेंट को पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा है कि प्रशिक्षण पूरा होने तक संतरी, मेस और बैरक की ड्यूटी से भी प्रशिक्षु सिपाहियों को मुक्त किया जाए। उनका साफ कहना है कि ट्रेनी सिपाहियों की ड्यूटी लगने से वह सही से अनुशासन नहीं सीख पाते हैं, जिस कारणउनका प्रशिक्षण प्रभावित होता है और इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।
साथ ही उन्होंने प्रशिक्षु सिपाहियों के रहने व खाने पर निगरानी रखी जाएगी है और उन्हें इसके बारे में बताया भी जाएगा। डीजीपी ने प्रशिक्षु सिपाहियों को नैतिकता, सामाजिक संवेदना, अपराध पीडि़त, बुद्धिजीवियों, पर्यटकों, असहाय व्यक्तियों की मदद करने तथा थाने में आने वाले आवेदन के निस्तारण और जरूरत पड़ने पर यातायात ड्यूटी करने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिए जाने पर जोर भी दिया।