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इन अफसरों ने अपने प्रयासों से किया यूपी का नाम रोशन, आप भी गर्व करेंगे

locationलखनऊPublished: Jan 04, 2019 04:33:23 pm

Submitted by:

Prashant Srivastava

प्रेरणादायक प्रशासनिक अधिकारी…यूपी के इन अफसरों ने सूबे के विकास को दिखाई नई दिशा

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इन अफसरों ने अपने प्रयासों से किया यूपी का नाम रोशन, आप भी गर्व करेंगे

लखनऊ. यूं तो सूबे में तमाम समस्याएं हैं लेकिन कई अधिकारी ऐसे भी हैं जो अपने प्रयासों से सूबे की तस्वीर बदलने में जुटे हैं। 2018 में कई अधिकारियों को उनके प्रयासों के लिए सम्मानित भी किया गया। कई अधिकारी ऐसे भी हैं जो देश भर में यूपी का नाम रोशन कर रहे हैं। कोई तकनीक के माध्यम से तो कोई खेल जगत में प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है। ऐसे ही कुछ अधिकारियों की उपलब्धियां हम आपको गिना रहे हैं-
कुपोषण के खिलाफ लड़ी जंग

-पुलकित खरे, जिलाधिकारी, हरदोई

हरदोई को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए डीएम पुलकित खरे को केंद्र सरकार द्वारा सम्मानित किया गया। इस सम्मान के लिए पुलकित यूपी से एकलौते अधिकारी बने। डीएम पुलकित खरे ने इस अभियान में 60 जिला स्तरीय अधिकारी और स्वयं के साथ टीम बनाकर चिन्हित ग्रामों में पोषन बजन दिवस से लेकर पोषण केंद्र तक मॉनिटरिंग के साथ अभिभावकों को अभियान से जोड़ा और कुपोषण के बारे में जागरूकता की अलख जगाई । डीएम ने कहा कि बिना जागरूकता के और बिना टीम भावना के इस अभियान को मुकाम तक ले जाना संभव नहीं था और सभी के सहयोग से इस अभियान में सफल हुए हैं । इस अभियान को सफल बनाने के लिए हमने जो कार्य योजना बनाई थी उसमें 100 से अधिक गांव को लाभ मिला और दो हजार से अधिक बच्चे कुपोषण मुक्त हुए करीब 26 बच्चे अभी है जिनको पोषण केंद्रों पर स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है ।

सरकारी स्कूलों की बदली तस्वीर

आशीष तिवारी, आईपीएस

उत्तर प्रदेश के एक नक्सल प्रभावित गाँव में साल 2018 का ‘फादर्स डे’ एक बहुत ही प्यारा तोहफ़ा लेकर आया था- शिक्षा। दरअसल, मिर्जापुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी ने गाँव के एक उजड़े स्कूल को गोद लिया और इसे सुधरवा कर एक चमकीले पीले रंग की स्कूल बस का रूप दिया।हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब आशीष ने सामाजिक तौर पर कोई इनोवेशन किया है। इससे पहले भी वे पुलिसकर्मियों की तैनाती, छुट्टी-प्रबंधन, सामुदायिक पुलिसिंग और अन्य कार्यों को संभालने के लिए एक डिजिटल एप्लीकेशन बना चुके हैं। उन्होंने स्थानीय गांवों में महिलाओं की अनोखी ’हरी ब्रिगेड’ बनायीं हैं, जो न केवल घरेलू हिंसा और जुर्म के खिलाफ़ आवाज़ उठाती हैं, बल्कि नक्सल गतिविधियों पर भी नज़र रखती हैं। आशीष ने बताया कि तकनीक और सरल इनोवेशन पुलिस के काम को काफ़ी आसान और प्रभावी बना सकते हैं।
दक्षिण ध्रव अभियान के लिए रवाना
-अपर्णा कुमार, आईपीएस


उत्तर प्रदेश पुलिस की आईपीएस अधिकारी अपर्णा कुमार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला पुलिस अधिकारी हैं।तीस से पैंतीस किलोग्राम वजन लेकर बर्फ पर 111 मील की दुर्गम यात्रा कर दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के लिए आईपीएस अफसर अपर्णा कुमार नई दिल्ली से रवाना हो चुकी हैं। उनका अभियान तीन जनवरी को अंटार्कटिका में केंद्रीय बेस कैंप से शुरू होगा।अभियान की सफलता पर ऐसा करने वाली अपर्णा देश की पहली वर्दीधारी होंगी। 2002 बैच की आईपीएस अफसर अपर्णा कुमार फिलहाल आईटीबीपी में उप महानिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। उनके पति 2002 बैच के आईएएस अफसर संजय कुमार इस समय प्रदेश में नगर विकास सचिव हैं।बताते चलें कि संजय कुमार प्रयागराज में डीएम रह चुके हैं। अपर्णा देश की नामचीन पर्वतारोहियों में से एक हैं। त्तर प्रदेश पुलिस की आईपीएस अधिकारी अपर्णा कुमार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला पुलिस अधिकारी हैं। दो बार असफल होने के बाद तीसरी बार में उन्होंने उस मुकाम को हासिल किया, जिसे पाना हर पर्वतारोही का सपना होता है।
स्वच्छता के लिए मिला सम्मान
-अमृत त्रिपाठी, डीएम, शाहजहांपुर

प्रदेश के सभी जिलों में पिछले साल 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक चले स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा 2018 में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जनपद शाहजहांपुर के जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया। जिले में 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक चले स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा के तहत स्वच्छता को लेकर जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी ने जिस संजीदगी से स्वच्छता मुहिम को चलाकर आमजन को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया, उससे जिले की जनता उनकी मेहनत की कायल हो गई। जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी व नगर आयुक्त भीषण ठंड में भी प्रतिदिन सुबह के समय वार्ड में भ्रमण कर जनमानस को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का काम कर रहे थे। जनता ने उनकी इस मुहिम की जमकर तारीफ की। इसी का ही नतीजा था कि स्वच्छ वार्ड प्रतिस्पर्धा में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर मुख्यमंत्री द्वारा जिला अधिकारी को सम्मानित किए गया।
सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने का प्रयास

-माला श्रीवास्तव, डीएम बहराइच

सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव की मुहिम रंग लाने लगी है। उनके द्वारा शुरू किए गए विद्यादान एक आदर्श दान जैसे अभिवन पहल को नीति आयोग ने सराहा है, बल्कि पीएमओ को ट्वीट कर उन्हें ऐसे कार्य के लिए प्रेरित भी किया। अभियान से प्रबुद्ध वर्ग को जोड़ा: जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने पहले शिक्षा की डोर बहराइच की ओर नाम से शिक्षक प्रशिक्षण की एक मुहिम चलाई, जो अब गतिविधि आधारित प्रशिक्षण पर पूरे उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के लिए एक मॉडल बन चुकी है। इसी बीच जिलाधिकारी ने बहराइच जिले में परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को प्रेरित करने, उदासीन और अलग थलग पड़ चुके सरकारी स्कूलों से प्रबुद्ध वर्ग को जोड़ने के लिए विद्यादान, एक आदर्श दान की शुरूआत की। आज विद्यादान इस जिले में ही नहीं, आस पास के अन्य जिलों में भी किसी न किसी अन्य नाम से संचालित हो रहा है।डीएम ने बताया कि सभी विकास खंडों में 10 आदर्श विद्यालय बनाए जाएंगे।

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