पुराने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी लोकसभा चुनाव में गठबंधन करने के बावजूद मायावती की पार्टी बसपा कुछ खास वोट नहीं बंटोर सकी। अब विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) के लिए बसपा पूरी मजबूती के साथ अकेले लड़ने को तैयार है। उप चुनाव से पहले बसपा कॉडर को पूरी तरह से मजबूत बनाने की तैयारी है। संगठन में पुराने लोगों को महत्व दिया जा रहा है। ऐसे कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां दी जाएंगी जिन्होंने लंबे समय से और नि:स्वार्थ भाव से पार्टी के लिए काम किया हो।
ये भी पढ़ें: शिकंजे में बसपा, माया के भाई आनंद की लखनऊ में भी जांची जाएगी संपत्ति बसपा सुप्रीमो का विधानसभा उपचुनाव पर पूरा ध्यान है। वह उपचुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने में लगी हुई हैं। विधानसभा उपचुनाव से पहले संगठन की कार्यप्रणाली का इसमें परीक्षण किया जाएगा। ऐसा इसलिए ताकि कार्यकर्ताओं की समय रहते मॉनिटरिंग भी हो सके और अगर तैयारी में कोई कमी रह जाए, तो उसे समय रहते ठीक कर लिया जाए।
उपचुनाव है प्राथमिकता मायावती ने उपचुनाव वाले सेक्टरों को मजबूत करने का निर्देश दिया है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो ने उम्मीदवारों के नाम का पैनल जोन प्रभारियों से उपलब्ध कराने को कहा है। निर्देश दिया है कि पैनल में उन्हीं लोगों के नाम दिए जाएंगे, जिनकी क्षेत्र में अच्छी छवि है।