सेमीनार में मौजूद सभी गणमान्य अतिथियों नें सरकार द्वारा चलाई जा रही अल्पसंख्यकों के कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा इस बात पर विशेष ध्यान दिया कि मजहबी शिक्षा से अल्पसंख्यकों का कल्याण नहीं हो सकता, यदि सही मायने में अल्पसंख्यकों को विकास की मुख्य धारा से जुड़ना है तो उन्हें आधुनिक शिक्षा को प्राप्त करना अति आवश्यक है।
आदर्श भारती विद्या मंदिर समिति, डालीगंज, लखनऊ के प्रबन्धक उदय सिंह ने बताया कि यह एक दिवसीय सेमीनार का अयोजन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों को जागरुक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।