वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए इस घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है, जो अपनी रिपोर्ट 13 अगस्त को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव और प्रदेश की भाजपा सरकार को सौंपेगी। यह कमेटी
अखिलेश यादव ने गठित की है। बताया जाता है कि कमेटी का नेतृत्व नेता विपक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी कर रहे हैं। इस टीम में पार्टी के वरिष्ठ नेता बलराम यादव, ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, पूर्व मंत्री संतोष यादव, राधेश्याम सिंह, पूर्व राज्यमंत्री प्रहलाद यादव, जियाउल इस्लाम आदि को शामिल किया गया है। कमेटी के सभी मेंबर गोरखपुर पहुंच गए हैं। वे पीडि़तों और अस्पताल के डॉक्टरों व अफसरों से इस घटना के बारे में बात करेंगे और अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके बाद जांच रिपोर्ट 13 अगस्त को सौंपेगे।
सरकार सच्चाई छिपाने में लगी हैमालूम हो कि गोरखपुर की इस घटना के बाद सपा अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार को जमकर घेरा। सपा अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के लापरवाही की वजह से ही इतने मासूम बच्चों की जानें गई हैं। अखिलेश ने आरोप लगाया कि योगी जी मंत्री कह रहे हैं कि हॉस्पिटल में ऑक्सीजन था, जबकि सप्लाई की कम्पनी ने नोटिस दे रखा था, जब बच्चों की जानें जा रही थीं तो हॉस्पिटल में मरीजों के भर्ती कार्ड को हटाया जा रहा था। इस तरह से चीजें छिपाने की कोशिश की गई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। सरकार को काम करना चाहिए, क्योंकि जनता ने उन्हें काम करने की लिए चुना है।