बताया जाता है कि प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट किया है कि ‘उप्र सरकार ने किसानों को परेशान करने के कई तरीके इजाद किए हैं। कर्जमाफी के नाम पर धोखा किया। बिजली बिल के नाम पर उनको जेल में डाला और बाढ़-बारिश से बर्बाद फसल का कोई मुआवजा नहीं मिल रहा है। उप्र में भाजपा सरकार को किसान की याद केवल विज्ञापन में आती है।’
अब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका के बताए रास्ते पर चलने के लिए मजबूर हो रहे हैं। किसानों के मामले में कानपुर से कांग्रेस पदाधिकारियों की टीम महोबा और हमीरपुर भेज दी गई है। उल्लखनीय है कि हमीरपुर और महोबा के किसनों ने आत्य कर ली थी। महोबा के प्रशासन का अमीन किसान की कुर्की करने पहुंचा। उसका बैंक पर सिर्फ 70 हजार रुपया बकाया था। किसान ने अमीन के पैरों पर अपनी पगड़ी रख दी, हुजूर अन्न पैदा नहीं हुआ, ऊपर से बाढ़ का कहर ने हमें बर्बाद कर दिया है। जनवरी में बिटिया की शादी करनी है। हमें समय दे दीजिए। पूरे गांव और परिवार के सामने अमीन ने रौब में उसे उल्टे सीधे शब्द कहे और दोबारा आने की चेतावनी देते हुए अरेस्ट करने की धमकी देकर चला गया।
अब कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका के बताए रास्ते पर चलने के लिए मजबूर हो रहे हैं। किसानों के मामले में कानपुर से कांग्रेस पदाधिकारियों की टीम महोबा और हमीरपुर भेज दी गई है। उल्लखनीय है कि हमीरपुर और महोबा के किसनों ने आत्य कर ली थी। महोबा के प्रशासन का अमीन किसान की कुर्की करने पहुंचा। उसका बैंक पर सिर्फ 70 हजार रुपया बकाया था। किसान ने अमीन के पैरों पर अपनी पगड़ी रख दी, हुजूर अन्न पैदा नहीं हुआ, ऊपर से बाढ़ का कहर ने हमें बर्बाद कर दिया है। जनवरी में बिटिया की शादी करनी है। हमें समय दे दीजिए। पूरे गांव और परिवार के सामने अमीन ने रौब में उसे उल्टे सीधे शब्द कहे और दोबारा आने की चेतावनी देते हुए अरेस्ट करने की धमकी देकर चला गया।
बेचारा किसान कभी परिवार का मूंह देखता, तो कभी उस भीड़ को, जो उसे चाचा, काका और भैया कहकर बुलाती थी। अब उसे लगा कि उसकी सारी इज्जत मिट्टी में मिल गई है। अमीन के जाने के बाद उसने रात में खाना नहीं खाया। सब लोग सो गए, पर उसे नींद नहीं आई। सुबह जब लोग जागे तो देखा कि उसने आत्म हत्या कर ली है। महोबा और हमीरपुर जिले में दो कर्जदार किसानों ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। महोबा की सदर तहसील क्षेत्र के उपजिलाधिकारी देवेन्द्र सिंह ने मंगलवार को बताया कि कस्बा श्रीनगर में मुहल्ला भैरवगंज के रहने वाले 44 साल के किसान शंकर कुशवाहा ने महोबा-खजुराहो रेल लाइन में ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर ली।
मृतक किसान के भाई मनमोहन ने बताया कि शंकर भैया ने इस साल अपने 10 बीघा खेतों में उर्द, मूंग और तिल की फसल बोई थी, जो बाढ़ और अतिवृष्टि से नष्ट हो गई. उसने किसान क्रेडिट कार्ड के तहत इलाहाबाद बैंक से एक लाख तीस हजार रुपये का कर्ज भी लिया था, जिसे वह अदा नहीं कर पा रहा था। राजस्व और पुलिस विभाग मामले की जांच कर रहे हैं।