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पाकिस्‍तान आतंकवाद की छावनी है : दीक्षित

locationलखनऊPublished: Feb 15, 2019 08:29:11 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

पाकिस्तान बहुत चिक-चिक करता था तब उसे दो टुकड़े किया गया तब वह शांत हुआ।

 Uttar Pradesh Assembly

पाकिस्‍तान आतंकवाद की छावनी है : दीक्षित

Ritesh Singh

लखनऊ। कश्‍मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही एक दिन के लिये स्‍थगित कर दी गई। कार्यवाही स्‍थगित करने से पहले उपस्थित सदस्‍यों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब तक के यूपी विधानसभा इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब जवानों की शहादत का सम्‍मान करते हुए विधानसभा की कार्यवाही स्‍थगित की गई है।
विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि पाकिस्तान स्वाभाविक एवं प्राकृतिक राष्ट्र नहीं है, और ना ही यह लोकतांत्रिक राष्‍ट्र है। इस देश में मानवता का कोई संस्कार भी नहीं है। पूरा का पूरा पाकिस्तान आतंकवाद की एक छावनी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह के कुकृत्‍य पाकिस्तान और पाकिस्तान पोषित आतंकवादी कर रहे हैं, उनको शीघ्र इसका परिणाम भी मिल जाएगा। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि भारत वीरों का देश है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान बहुत चिक-चिक करता था तब उसे दो टुकड़े किया गया तब वह शांत हुआ। अब हमें पाक अधिकृत कश्मीर पर कब्जा कब्जा कर लेना चाहिए। तभी हिंदुस्तान की आत्मा को शान्ति मिलेगी।
शहादत की यह घटना हम कभी नहीं भूलेंगे, लेकिन पूरा देश प्रधानमंत्री से यही आशा किए है कि इस दुस्साहस का परिणाम पाकिस्तान को जल्द से जल्द मिले। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पूरा देश इस समय शोकाकुल है। हमारी सरकार सभी शहीद परिवारों के साथ संकट की हर घड़ी में खड़ी रहेगी। सरकार की तरफ से उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के जो एक दर्जन जवान इस हमले में शहीद हुए हैं, उन सभी शहीदों के परिजनों को राज्य सरकार 25 लाख रुपए की सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी। शहीदों की शहादत के एवज में उनके गांव के मार्ग उनके नाम पर रखा जायेगा तथा गांव के प्रवेश द्वार पर एक गेट बनेगा, जहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
सभी दलों ने इसका समर्थन किया। बहुजन समाज पार्टी के नेता लालजी वर्मा ने कहा कि बस बहुत हो गया प्रधानमंत्रीजी, अब हमारे सैनिक हाथ बांध के नहीं रह सकते। उन्हें खुली छूट दी जाए। नेता कांग्रेस विधानमंडल दल अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पानी सर के ऊपर हो गया है। प्रधानमंत्री को आरपार का फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे सदन के साथ अपने दल की तरफ से भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। विधान परिषद में भी शोक प्रस्ताव नेता विरोधी दल अहमद हसन ने रखा, जिसका सभी दलों ने समर्थन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए चला कर सभापति रमेश यादव ने सोमवार तक स्थगित कर दिया।
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