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शिवपाल की रैली में अखिलेश की लाल टोपी लगाकर मुलायम ने सबको किया हैरान, रैली में भीड़ रह गई हक्का-बक्का

locationलखनऊPublished: Dec 09, 2018 03:13:02 pm

मुलायम की टोपी ने शिवपाल की जनाक्रोश रैली में मौजूद लोगों की भीड़ को काफी हैरान किया…

Mulayam Singh Yadav wear samajwadi Akhilesh lal topi in Shivpal Rally

शिवपाल की रैली में अखिलेश की लाल टोपी लगाकर पहुुंचे मुलायम, रैली में भीड़ रह गई हक्का-बक्का

लखनऊ. लखनऊ के रमाबाई मैदान में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया की जनाक्रोश रैली में कार्यकर्ता तब जोश से झूम उठे, जब अचानक मुलायम सिंह यादव वहां पहुंचे। मुलायम सिंह यादव की यह सर्प्राइज इंट्री थी, क्योंकि चर्चाएं थी कि शिवपाल की तरफ से मुलायम को कोई आमंत्रण नहीं दिया गया था। रैली शुरू होने के कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मंच पर पहुंचे। मंच पर मुलायम सिंह यादव को देखकर रैली की भीड़ हक्का-बक्का थी। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही के दिनों में शिवपाल और मुलायम के बीच कुछ मतभेद देखने को मिल रहा था, लेकिन मुलायम ने जनाक्रोश रैली में पहुंचकर सभी कयासों पर विराम लगा दिया है। मुलायम सिंह यादव के साथ उनकी छोटी बहू अपर्णा यादव भी रैली पहुंची।

मुलायम की लाल टोपी ने सभी को किया हैरान

मंच पर मुलायम पहुंचे तो एक और अजीब नजारा देखने को मिला। दरअसल मुलायम ने अपने सिर पर समाजवादी पार्टी की लाल टोपी लगा रखी थी। मुलायम की टोपी ने शिवपाल की जनाक्रोश रैली में मौजूद लोगों की भीड़ को काफी हैरान किया। सभी के मन में यही सवाल कौंध रहा था कि आखिर शिवपाल के मंच पर मुलायम सपा की लाल टोपी लगाकर क्यों पहुंचे हैं। मुलायम की लाल टोपी पूरी रैली के दौरान लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही।
शिवपाल के मंच पर मुलायम ने लिया सपा का नाम

रैली में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आज देश के सामने गंभीर समस्या है। सांप्रादियक शक्तियां फिर सर उठा रही हैं। इस दौरान मुलायम सिंह यादव ने प्रसपा के मंच पर भी शिवपाल की मेहनत पर पानी फेरने का काम किया। मुलायम ने प्रसपा के मंच पर समाजवादी पार्टी का जमकर बखान किया। मुलायम ने कहा कि समाजवादी पार्टी सबको इंसान मानती है। इस दौरान शिवपाल ने जब पर्ची दी तो मुलायम ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का नाम लिया। फिर शिवपाल के सिर पर हाथ रखा।
नहीं दिया गया था न्यौता

शिवपाल सिंह यादव ने भले ही उन्हें आमंत्रण ने देने की बात कही थी, साथ ही उनके जनाक्रोश में होने या न होने से फर्क नहीं पड़ने जैसा बड़ा बयान दिया था, लेकिन मुलायम सिंह यादव ऐसी किसी भी स्थिति को हवा नहीं देना चाहते जिससे परिवारिक मतभेद बढ़े। आपको याद दिला कि इटावा में मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के मौके पर शिवपाल ने बड़ा आयोजन किया था, लेकिन नेताजी इसमें नहीं पहुंचे थे, जिसके बाद ही शिवपाल उनसे बेहद नाराज दिखे थे।
इसलिए पहुंचे मुलायम

जनाक्रोश रैली भाजपा का खिलाफ आयोजिक की गई रैली है। 2019 चुनाव से पहले सभी विपक्षी दल ऐसी रैलियां कर भाजपा के खिलाफ हुंकार भर रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने हाल में फिरोजाबाद में भी एक जनसभा में बेेटे अखिलेश यादव के साथ ऐसी ही हुंकार भरी थी और भाजपा को 2019 चुनाव में किसी भी तरह हराने की बात कही थी। शिवपाल यादव भी इसी मकसद के साथ इस रैली में उतरे और मुलायम भला इसमें शामिल होने से कैसे पीछे हट सकते थे।
लोगों में फिर भी असमंजस

जहां साफ तौर पर शिवपाल और मुलायम के बीच की रार दिखने लगी थी, वहीं अब नेताजी के इस कदम ने लोगों को एक बार असमंजस की स्थिति में डाल दिया है। सपा व प्रसपा के समर्थक उधेड़बुन में है कि आखिर मुलायम सिंह यादव किसके साथ हैं।

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