शिक्षक संघ का आरोप है कि घटना के बाद लखनऊ के एसएसपी स्थानीय सीओ और थाना प्रभारी ने घोर लापरवाही की उन्हें फोन किया गया लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया जिसके चलते अराजकतत्व छात्रों ने तमाम प्रोफेसरों शिक्षकों पर हमला कर उन्हें मारा-पीटा।
लखनऊ विश्वविद्यालय के लूटा और लोहटा सहित तमाम शिक्षक संघ ने हम सभा कर घटना की निंदा करते हुए ऐलान कर दिया है कि जब तक दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही और जिम्मेदार SSC सहित SSP दीपक कुमार सहित तमाम लापरवाह पुलिस यू पुलिसकर्मियों खिलाफ कार्यवाही नहीं होती है तब तक तब तक कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा यहां तक की जो काउंसलिंग होनी है वह भी कल से रोक दी जाएगी।
कोर्ट ने एलयू वीसी एसपी सिंह, प्रॉक्टर और एसएसपी को कल तलब कर जवाब मांगा है। तो दूसरी तरफ राज्यपाल राम नाईक ने भी वीसी से रिपोर्ट तलब की है। मामले में वीसी एसपी सिंह का कहना है कि यह धरना - प्रदर्शन कि आड़ में एक गहरी साजिश थी।
जहाँ कुछ लोग धरने पर थे तो दूसरी टीम पत्थरो से शिक्षकों पर हमला कर रही थी। जिसमे तमाम बाहरी अराजकतत्व मौजूद थे।
वही एलयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने घटना के बाद तमाम शिक्षक संघ और एलयू की सुरक्षा को लेकर सरकार और पुलिस पर सवाल खड़े किए है।