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डकैती रोकने के लिए डीजीपी ओपी सिंह ने जहां ली मीटिंग, चंद घंटे बाद बदमाशों ने वहीं बोल दिया धावा

locationलखनऊPublished: Jan 27, 2018 06:07:32 pm

Submitted by:

Dhirendra Singh

चंबल घाटी के डकैतों से खुंखार हुए लखनऊ में बदमाश, पुलिस को चुनौति देते हुए लगातार अंजाम दे रहे डकैती।

Dacoity

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का हाल इन दिनों चंबल घाटी जैसा हो चुका है। लखनऊ में डकैत कभी भी धावा बोलकर वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं, वहीं पुलिस फोर्स और इंटेलिजेंस हाथ पर हाथ धरे बैठी रह जा रही है। हद तब हो गई जब यूपी के नए डीजीपी लखनऊ के मलिहाबाद थाने में लगातार पड़ रही डकैतियों को लेकर निरीक्षण करने पहुंचे, लेकिन चंद घंटे बाद ही बदमाशों ने उसी जगह डकैती की वारदात को अंजाम देकर पुलिस विभाग की किरकिरी कर दी। गत 18 जनवरी से काकोरी, चिनहट, मलिहाबाद समेत अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में डकैत खूनी वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जा रहे हैं।

डीजीपी मीटिंग लेकर निकले और बदमाशों का धावा

लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र लगभग एक हफ्ते से बदमाश और डकैतों के निशाने पर हैं। अपराधियों का राजधानी में खूनी खेल जारी है। डीजीपी पद का चार्ज संभालने के बाद ओपी सिंह सीएम योगी आदित्यनाथ की अपराधियों को पकड़ने की हिदायत को ध्यान रखते हुए शुक्रवार को महिलाबाद थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। लेकिन अधिकारियों की मीटिंग लेने के चंद घंटे बाद देर रात इसी थाना क्षेत्र को बदमाशों ने अपना निशाना बना डाला।

देर रात मलिहाबाद थाना क्षेज्ञ के अमानीगंज निवासी एक ग्रामीण के घर पर हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल दिया। पीड़ित असलम पेशे से टेलर है और अपने परिवार के साथ रहते हैं। असलम के मुताबिक वह देर रात बाथरूम करने के लिए घर से निकला। घर के अंदर पत्नी और बेटी सो रही थी। इसी दौरान बाहर हथियाबंद बदमाशों ने उसे दबोच लिया। उससे पैसे और गहने के बारे में पूछा। फिर दो बदमाश उसके घर में घुसे और 16 हजार रुपये नकद व करीब 1 लाख रुपये की नगदी लूट कर ले गए। इसी दौरान गस्त पर घुम रही यूपी 100 की गाड़ी उनके घर पहुंची और पूछताछ कर चली गई।

सुबह पुलिस को दी फिर सूचना

असलम के मुताबिक रात में आई पुलिस ने सुबह तक कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उन्होंने 100 नबंर पर पुलिस को कॉल कर वारदात के बारे में बताया। इसके बाद मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ एसएसपी, एसपी ग्रामीण, सीओ समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी पहु्ंच गए। इसके बाद पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया गया।

डीजीपी की मीटिंग हुई बेअसर

शुक्रवार को ही डीजीपी ओपी सिंह ने मलिहाबाद थाने का औचक निरीक्षण किया था। साथ ही एसएसपी दीपक कुमार, एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार सिंह और मलिहाबाद थाना प्रभारी के थाना मीटिंग भी की। साथ ही बदमाशों के खिलाफ सख्ती से कांबिंग करने के निर्देश दिए थे।

63 से ज्यादा टीमें गश्त पर, नहीं थम रही वारदात

एएसपी ग्रामीण डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि इस क्षेत्र में आने वाले सभी नौ थानों में कॉबिंग के लिए टीमें बनाई गई है। हर थाने से औसतन 7 टीमें गांव चिन्हित कर रात भर गश्त लगा रही है। हालांकि पुलिस की गश्त के बावजूद लगातार डकैती, लूट की घटनाओं से ग्रामीण इलाकों में लोग दहशत में जी रहे हैं।

थानेदार सस्पेंड पर हाथ नहीं आए बदमाश

लखनऊ के काकोरी, चिनहट, मलिहाबाद में डकैती की वारदतों को लेकर आला अधिकारी लगातार पुलिसकर्मियों को दंडित कर रहे हैं, कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड तक कर दिया गया। वहीं शनिवार को चिनहट और मलिहाबाद के थानेदार को एसएसपी लखनऊ ने सस्पेंड कर दिया। हालांकि अब तक किसी भी घटना को अंजाम देने वाले अपराधी पकड़े नहीं गए हैं।

नहीं रुक रही डकैती व लूट की वारदात

22 जनवरी को मलिहाबाद सरावा गांव में पूर्व प्रधान परमेश्वर रावत के घर पर हथियारबंद डकैतों ने धावा बोल दिया। विरोध करने पर उनके बेटे श्यामू को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसी वारदात के बाद डकैतों ने बगल के गांव छत्रपाल यादव के घर पहुंचे। रोकने पर उसे भी गोली मार दी।

21 जनवरी को काकोरी थाना क्षेत्र के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में डकैती की वारदातों को अंजाम दिया गया था। एक ही रात में डकैतों ने तीन घरों में डकैती डाली थी। विरोध करने पर बदमाशों ने कटौली ग्राम प्रधान के बेटे की गोली मार हत्या कर दी थी।

18 जनवरी को चिनहट के उत्तर धोना गांव में देर रात डकैतों ने एक घर पर धावा बोला। फिर विरोध करने पर परिवार के तीन लोगों को गोली मार दी। साथ ही घर की दो नाबालिग बहनों को भी अगवा कर ले गए थे।

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