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यूपी की इस महत्वपूर्ण सीट से बाजी मार सकता है ये बड़ा नाम.. बसपा-सपा को देगा जबरदस्त टक्कर

locationलखनऊPublished: Feb 19, 2019 05:03:58 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

लखनऊ लोकसभा सीट के बारे में जानिए खास जानकारी…

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यूपी की इस महत्वपूर्ण सीट से बाजी मार सकता है ये बड़ा नाम.. बसपा-सपा को देगा जबरदस्त टक्कर

क्यों है ये हॉट सीट

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी होने के नाते लखनऊ लोकसभा सीट महत्वपूर्ण नजरिए से देखी जाती है। मौजूदा समय में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह यहां के सांसद हैं। वह यूपी के मुख्यमंत्री भी रहे हैं। उससे पहले 2009 में बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन लखनऊ से सांसद हुए थे। टंडन से पहले करीब दो दशक तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लखनऊ संसदीय सीट से जीतते रहे हैं। देश आजाद होने के बाद से लखनऊ लोकसभा सीट में 16 बार चुनाव हुए और उसमें छह बार कांग्रेस के उम्मीदवार जीते जबकि सात बार भाजपा के। इसमें पांच बार अटल बिहारी वाजपेयी जीते और बाकी एक-एक बार लालजी टंडन और राजनाथ सिंह ने विजय हासिल की। कांग्रेस की शीला कौल तीन बार सांसद लखनऊ से बनीं।
सीट का पॉलिटिकल स्कैच

1971-77, 1980-84, 1984-89 (तीन बार) : शीला कौल- कांग्रेस
1991-2009 (पांच बार) : अटल बिहारी बाजपेयी – भारतीय जनता पार्टी
1951-51 : विजय लक्ष्मी पंडित – कांग्रेस
1952-57 : शेयरजवटी नेहरू – कांग्रेस
प्रमुख जातीय समीकरण


– अनुसूचित जाति- 14.3%
– अनुसूचित जनजाति – 0.2%
– ब्राह्मण और राजपूत – करीब 18 प्रतिशत
– ओबीसी – 28 फीसदी
– मुस्लिम मतदाता- करीब 18 फ़ीसदी


सीट की वर्तमान राजनीतिक स्थिति
लखनऊ अटल जी का गढ़ रहा था। बीजेपी का उम्मीदवार यहां से भारी अंतर से जीतता था। वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य को देखें तो यहाँ पर 1991 से कोई भी दूसरी पार्टी का उम्मीदवार बीजेपी उम्मीदवार को कुछ ख़ास टक्कर नहीं दे पाया है यानी दोनों प्रत्याशियों के बीच जीत का अंतर बहुत बड़ा रहा है। राजनाथ सिंह ने अटल जी की महत्वाकांक्षा योजना जैसे गोमती नगर स्टेशन का विस्तार, लखनऊ से दिल्ली तक के लिए डबल डेकर बस चलवाई। भाजपा सरकार ने कई गरीब बच्चों का सेंट्रल स्कूल में दाखिला करवाया। लखनऊ में सड़कों का जाल बिछवाया। गरीब मरीजों को मुफ्त में इलाज करवाया।

सीट का राजनीतिक भविष्य

साल 2019 में फिर से राजनाथ सिंह के यहाँ से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। इसलिए इस बार भी बीजेपी को यहां ओर टक्कर देना मुश्किल है। क्योंकि राजनाथ एक बड़े नेता हैं और लखनऊ बीजेपी का गढ़ है। लोगों का भी यही कहना है। राजनाथ ने दलगत भावना से हट कर काम किया। लोगों की बातों को सुनते थे उनकी समस्याअों का निपटारा करते थे।
प्रमुख मुद्दे


– आवारा पशुओं की समस्या
– बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य
-किसानों कर्ज माफी
-अपराध कम करना
-शैक्षिणक संस्थाओं की स्थापना

फैक्ट फाइल


-कुल मतदाता : 1803367
-कुल आबादी – 45.89 लाख
-कुल मतदाता : 16.53 लाख
-पुरुष मतदाता : 8.89 लाख
-महिला मतदाता : 7.63 लाख
लखनऊ में शामिल जिले- नहीं

लखनऊ में विधानसभा क्षेत्र : 5


-लखनऊ पश्चिम- सुरेश श्रीवास्तव – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ उत्तर – डॉ. नीरज बोरा – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ पूर्व- आशुतोष टंडन – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ मध्य- ब्रजेश पाठक – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ कैंट – रीता बहुगुणा जोशी – भारतीय जनता पार्टी
2014 में वोट प्रतिशत


कुल वोट प्रतिशत- 53 फीसदी
कुल वोट प्रतिशत का 54.3% फीसदी राजनाथ सिंह को मिला था।

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