1991-2009 (पांच बार) : अटल बिहारी बाजपेयी – भारतीय जनता पार्टी
1951-51 : विजय लक्ष्मी पंडित – कांग्रेस
1952-57 : शेयरजवटी नेहरू – कांग्रेस
– अनुसूचित जाति- 14.3%
– अनुसूचित जनजाति – 0.2%
– ब्राह्मण और राजपूत – करीब 18 प्रतिशत
– ओबीसी – 28 फीसदी
– मुस्लिम मतदाता- करीब 18 फ़ीसदी
सीट की वर्तमान राजनीतिक स्थिति
सीट का राजनीतिक भविष्य साल 2019 में फिर से राजनाथ सिंह के यहाँ से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। इसलिए इस बार भी बीजेपी को यहां ओर टक्कर देना मुश्किल है। क्योंकि राजनाथ एक बड़े नेता हैं और लखनऊ बीजेपी का गढ़ है। लोगों का भी यही कहना है। राजनाथ ने दलगत भावना से हट कर काम किया। लोगों की बातों को सुनते थे उनकी समस्याअों का निपटारा करते थे।
– आवारा पशुओं की समस्या
– बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य
-किसानों कर्ज माफी
-अपराध कम करना
-शैक्षिणक संस्थाओं की स्थापना फैक्ट फाइल
-कुल मतदाता : 1803367
-कुल आबादी – 45.89 लाख
-कुल मतदाता : 16.53 लाख
-पुरुष मतदाता : 8.89 लाख
-महिला मतदाता : 7.63 लाख
-लखनऊ पश्चिम- सुरेश श्रीवास्तव – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ उत्तर – डॉ. नीरज बोरा – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ पूर्व- आशुतोष टंडन – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ मध्य- ब्रजेश पाठक – भारतीय जनता पार्टी
-लखनऊ कैंट – रीता बहुगुणा जोशी – भारतीय जनता पार्टी
कुल वोट प्रतिशत- 53 फीसदी
कुल वोट प्रतिशत का 54.3% फीसदी राजनाथ सिंह को मिला था।