सोशल एक्टीविस्टो ने लोकतंत्र की बहाली के लिए ई.वी.एम. को हटाकर पूर्व की तरह मत पत्र के द्वारा चुनाव कराये जाने की भारत निर्वाचन आयोग से मांग करते हुए कहा कि किसी भी विकसित देश में यहा तक कि ई.वी.एम. मशीन व चिप बनाने वाले जापान व चाईना में भी मत पत्र से चुनाव कराया जाता है। फ्रैंक हुजूर ने कहा कि विश्व के जितने भी विकसित देश है वहां ई.बी.एम. की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाता है। भाजपा के साथ यदि जनसमर्थन है तो ई.बी.एम. की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने से वह भागती क्यों है?
चै0 लौटन राम निषाद ने कहा कि जापान, चीन, कोरिया, जर्मनी, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन आदि देशों में ई.वी.एम. के माध्यम से चुनाव न कराकर मतपत्र के माध्यम से चुनाव कराया जाता है। 2009 में भाजपा नेता सुब्रमणियम स्वामी व लाल कृष्ण आडवानी ने ई.बी.एम. पर सवाल उठाते हुए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाये थे। उच्चतम न्यायालय ने जब ई.बी.एम. इजात करने वाली जापानी इलेक्ट्रानिक कम्पनी से ई.वी.एम. की विश्वसनीयता पर जवाब मांगा तो उसने कहा कि हमारा इस पर पूर्ण रूप से विश्वास नहीं है। इस मशीन की अविश्वसनीयता को देखते हुए ही हमारे यहां ई.वी.एम. मशीन से चुनाव न कराकर वैलेट पेपर से कराया जाता है।
__________________________________________________________ Italy , U.S. , Britain , France , USSR , Australia , Belgium , Brazil , canada , China , British Churchill, japan , Korea are not using EVM said a report .