कच्चे मकान की दीवार भरभराकर गिर गई उन्नाव में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सदर कोतवाली क्षेत्र के गंगाघाट इलाके में इंदिरा नगर, रविदास नगर, चंपा पुरवा, रहमत नगर, कर्बला और इनसे जुड़े इलाकों में पानी भर गया है। जहां लगभग 15 दिनों से नाव चल रही है। सदर तहसील के मझरा भिखना गांव बाढ़ की चपेट में आ गया है गंगा का पानी पहुंचने से गांव वाले गांव छोड़कर भागने को मजबूर हो रहे हैं। कुलवा गाढ़ा संपर्क मार्ग 5 से 7 फुट पानी का बहाव है। वहीं श्रावस्ती जिले के गिलौला इलाके तेज बारिश के चलते कच्चे मकान की दीवार भरभराकर गिर गई, जिससे घर में सो रहे एक महिला और दो बच्चों की दीवार के नीचे दबकर मौत हो गई और एक महिला गंभीर घायल हो गई। गंगा, घाघरा, शारदा, राप्ति आदि नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बहराइच, गोंडा, बाराबंकी, सीतापुर, लखीमपुर-खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अयोध्या समेत कई जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। सूबे के अधिकतर हिस्सों में गुरुवार से शुरू हुई बारिश शनिवार को भी जारी रही। राजधानी लखनऊ समेत सीतापुर, हरदोई, गोंडा, अयोध्या, फैजबाद, कानपुर, फर्रुखाबाद आदि जिलों में शनिवार को भी जमकर कर बारिश होती रही। लगातार हो रही बारिश से सड़कें तालाब बन गईं, नालों में पानी भर गया।
नदियां उफान पर
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश के चलते अधिकतर नदियां उफनाई हुई हैं। लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर 1 मीटर 80 सेमी ऊपर है तो वहीं घाघरा अयोध्या में खतरे के निशान से 40 सेमी, बाराबंकी के एल्गिनब्रिज पर 66 सेमी ऊपर बह रही है।
गोंडा के चंद्रदीपघाट पर कुआनो नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर है। राज्य के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान गंगा नदी का जलस्तर फतेहगढ़, कन्नौज के गुमटिया, कानपुर देहात के अंकिनघाट, कानपुर नगर में बढऩे के आसार हैं।
बढ़ रही है मुश्किलें
बाराबंकी जिले में बाढ़ प्रभावित तराई इलाकों में घाघरा का जलस्तर बढऩे और कटान से होने वाली तबाही बदस्तूर जारी है। सूरतगंज, रामनगर और सिरौलीगौसपुर तहसील के गई गांवों में तेजी से कटान हो रही है। कचनापुर के अलावा कोरडी, हेतमापुर, बाबा पुरवा, सरसंडा, जमका और खुज्जी समेत तटवर्ती गांवों की जमीन नदी में कट रही है। वहीं गोंडा में घाघरा नदी के आसपास के कई गांवों में पानी भर गया है तो लखीमपुर-खीरी में शारदा नदी तो फर्रुखाबाद में गंगा ने तबाही मचा रखी है। इन नदियों के आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी ग्रामीणों को मुश्किलें बढ़ा रहा है। वे सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश के चलते अधिकतर नदियां उफनाई हुई हैं। लखीमपुर खीरी के पलियाकलां में शारदा का जलस्तर 1 मीटर 80 सेमी ऊपर है तो वहीं घाघरा अयोध्या में खतरे के निशान से 40 सेमी, बाराबंकी के एल्गिनब्रिज पर 66 सेमी ऊपर बह रही है।
गोंडा के चंद्रदीपघाट पर कुआनो नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 51 सेमी ऊपर है। राज्य के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान गंगा नदी का जलस्तर फतेहगढ़, कन्नौज के गुमटिया, कानपुर देहात के अंकिनघाट, कानपुर नगर में बढऩे के आसार हैं।
बढ़ रही है मुश्किलें
बाराबंकी जिले में बाढ़ प्रभावित तराई इलाकों में घाघरा का जलस्तर बढऩे और कटान से होने वाली तबाही बदस्तूर जारी है। सूरतगंज, रामनगर और सिरौलीगौसपुर तहसील के गई गांवों में तेजी से कटान हो रही है। कचनापुर के अलावा कोरडी, हेतमापुर, बाबा पुरवा, सरसंडा, जमका और खुज्जी समेत तटवर्ती गांवों की जमीन नदी में कट रही है। वहीं गोंडा में घाघरा नदी के आसपास के कई गांवों में पानी भर गया है तो लखीमपुर-खीरी में शारदा नदी तो फर्रुखाबाद में गंगा ने तबाही मचा रखी है। इन नदियों के आसपास के गांवों में बाढ़ का पानी ग्रामीणों को मुश्किलें बढ़ा रहा है। वे सुरक्षित स्थानों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं।