प्रदेश में खुलेआम अपराध बढ़ रहे हैं और अपराधियों के हौसले इस कदर बुलन्द हैं कि वे जहां चाहें वहॉं वारदात को अंजाम देकर भाग जाते हैं। इसका एक प्रत्यक्ष उदाहरण दिनांक 22 नवम्बर को जनपद मेरठ में सरेआम एक लड़की पर कुछ सिरफिरे अपराधियों द्वारा ऐसिड से हमला कर दिया जाता है, पुलिस प्रशासन अभी तक उन अपराधियों को पकड़ पाने में नाकाम साबित हुई है। वहीं दिनांक 21 नवम्बर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक अस्पताल में बुखार की शिकायत पर भर्ती करायी गयी महिला मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि डाक्टरों ने उसकी दोनों किडनियां निकाल ली, जिससे उसकी मौत हो गयी, इस पर प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन रावत ने बताया कि बीते 20 नवम्बर को राजकीय मेडिकल कालेज सद्दरपुर में स्थानीय भाजपा विधायक के प्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं द्वारा अस्पताल के प्रधानाचार्य, डाक्टरों एवं कर्मचारियों को बन्धक बनाकर मार-पीट एवं फायरिंग की गयी, जिसमें अस्पताल का एक कर्मचारी घायल हो गया और वहॉं पर मरीजों के बीच अराजकता का माहौल पैदा हो गया। वस्तु स्थिति की जानकारी लेने हेतु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर द्वारा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री-पूर्व सांसद के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी के सदस्य राजबहादुर-पूर्व मंत्री, डॉ. जियाराम वर्मा-चेयरमैन-यूपी काग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ, अशोक सिंह-संगठनमंत्री- यूपी कांग्रेस के साथ डॉ. निर्मल खत्री दिनांक 23 नवम्बर को अम्बेडर नगर के राजकीय मेडिकल कालेज सद्दरपुर पहुॅंचे। वहां के डाक्टरों एवं कर्मचारियों से मिलने के उपरान्त डॉ. निर्मल खत्री ने कहा कि कांग्रेस संविधान एवं कानून को सर्वोपरि मानती है, जनसेवा की राजनीति करती है। गुण्डई, अराजकता भाजपा का काम है। उन्होंने भाजपा विधायक प्रतिनिधि एवं समर्थकों द्वारा किये गये बवाल, फायरिंग एवं अराजकता को कानून के राज पर कलंक बताया और कहा कि जब धरती के भगवान डाक्टर ही नहीं सुरक्षित हैं तो भाजपा शासन में आम जनता की क्या दुर्दशा समझी जा सकती है।