अवध शिल्प ग्राम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को 11 लाख रुपए का सम्मान दिया। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न खेलों की प्रतिभाओं और खिलाडिय़ों को सम्मानित किया। खिलाडिय़ों को सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि जब खेल आगे बढ़ेगा तो देश आगे बढ़ेगा। इसलिए हर खेल का विकास से सीधा नाता होता है। प्रदेश के युवाओं की ऊर्जा का हमेशा सम्मान करना चाहिए और उसका सही उपयोग किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्थानीय दस्तकारों तथा पारम्परिक कारीगरों के विकास हेतु ”विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनाÓÓ शुरू की गई है। अब यह ”विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनाÓÓ हर साल अच्छे कारीगरों को सम्मानित करेगी। इसके तहत बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री एवं हस्तशिल्पियों के आजीविका के संसाधनों को सुदृढ़ करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने बढ़ई, दर्जी, बुनकर, लोहार और कुम्हार को टूल किट देकर सम्मानित किया।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत पारम्परिक कारीगरों के कौशल वृद्धि हेतु उन्हें कौशल मिशन के आरपीएल से जोड़ा जा रहा है। ऑन जॉब टेऊनिंग हेतु मास्टर क्राफ्टसमैन द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा।
इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में हुए इनवेस्टर मीट और उसके बाद निवेशकों के लगे तांते ने यह साबित कर दिया है कि यूपी बदल रहा है। यहां जिस तरह निवेशक आने के इच्छुक दिखाई दे रहे हैं उससे साफ पता चलता है कि पूरी दुनिया जान गई है कि यूपी में अपराध पर नियंत्रण पाया गया है। उन्होंने बताया कि इसके बाद अब यूपी दिवस महाराष्ट्र में भी आयोजित होने लगा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर हालात यही रहे तो निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश बदलकर विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।