बीते दिनों योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने यूपी में आयुष्मान भारत ट्रस्ट बनाने और आयुष्मान मित्रों की नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव पास कर दिये थे। इसके तहत उत्तर प्रदेश में करीब 35 हजार आयुष्मान मित्र नियुक्त किये जाने हैं। इस योजना को स्वास्थ्य मंत्रालय संचालित करेगा। शिक्षामित्रों की तरह आयुष्मान मित्र की नियुक्ति की जाएगी। इसके लिये 12वीं पास और कम्प्यूटर के जानकार युवाओं को भर्ती किया जाएगा। इनकी उम्र 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिये।
आयुष्मान मित्रों की तैनाती सरकारी और निजी अस्पतालों में होगी। इन्हें मरीजों की डिटेल चेक करना, उनकी समस्याओं का उपाय बताना, मरीजों के बिल क्लीयर कराना, मर्ज के अनुरूप संबंधित डॉक्टर और विभाग के पास मरीज को ले जाना, बीमा कंपनियों से समन्वय स्थापित करना आदि कार्य करना होगा। स्वास्थ्य मित्र अपने नोडल अधिकारी को मरीज की डिटेल देगा। कोई भी राज्य सरकार आयुष्मान मित्र सीधे नहीं करेगी। बल्कि मैन पॉवर सप्लाई करने वाली कंपनियां इन्हें भर्ती करेंगी। इन कंपनियों का चयन राज्य सरकारें बिडिंग यानी निविदा के आधार पर करेंगीं। आयुष्मान मित्र इन्हीं चयनित कंपनियों के कर्मचारी होंगे न कि सरकार के।