आरएसएस ने सपा के खिलाफ नफरत फैलाई यादव ने कार्यकर्ताओं के बीच कहा कि हमारी लड़ाई भाजपा से है लेकिन उससे भी ज्यादा सामने लड़ाई में न दिखाई देने वाली आरएसएस से है। आरएसएस की विचारधारा से समाजवादी विचारधारा ही लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि जिस आरएसएस ने 70 सालों तक अपने मुख्यालय (नागपुर) पर तिरंगा न फहराया हो उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। इस आरएसएस ने पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी के खिलाफ नफरत और झूठ फैलाने का काम किया इसलिए इससे सभी को सावधान रहना चाहिए और दूर रहना चाहिए।
हम गठबंधन करेंगे चाहे दो कदम पीछे हटना पडे़ यादव ने कहा कि हमारा एजेण्डा देष को बचाना है उसके लिए हम गठबंधन करेंगे। फिर चाहे हमें दो कदम पीछे हटना पड़े। इस सम्बंध में उन्होंने कांग्रेस से पहल करने को कहा क्योंकि वह राष्ट्रीय पार्टी है। उसे बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा गठबंधन में नेता एवं प्रधानमंत्री उम्मीदवार का नाम मुद्दा नही है, यह चुनाव बाद तय हो जाएगा।
ईवीएम से नहीं बैलेट पेपर से हो चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए क्योंकि ईवीएम की विश्वसनीयता पर उंगली उठी है। चुनाव आयोग को निष्पक्षता से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा इस बार चुनाव में किसान, बेरोजगारी, मंहगाई के मुद्दे से भाजपा को ध्यान नहीं हटाने देंगे। केन्द्र सरकार को चार साल हो गए कोई काम नहीं हुआ। समाजवादी पार्टी के कामों को ही वे अपना बताकर उद्घाटन-षिलान्यास कर रहे हैं। हां, भाजपा ने एहसास कराया है कि हम पिछड़े हैं। हम जन्म से पिछड़े हैं जबकि प्रधानमंत्री जी कागजी पिछड़े हैं।