आचार संहिता का नहीं पड़ेगा कोई असर आलाधिकारियों के मुताबिक 68,500 शिक्षक भर्ती में ज्वाइन कर रहे नए शिक्षकों की भर्ती पूरी हो चुकी है, इसलिए इसमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि यूपी के हरदोई समेत कुछ जिलों से इन शिक्षकों को ज्वाइन न कराने की शिकायत बेसिक शिक्षा परिषद के पास आई थी। शिकायत के मुताबिक नियुक्त हुए नये शिक्षक बेसिक शिक्षा अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगा-लगाकर थक चुके हैं, लेकिन उन्हें आचार संहिता का हवाला दिया जा रहै है। उनका कहना है कि आचार संहिता के चलते नए शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं करवाया जा सकता।
बीते साल पूरी हुई थी भर्ती प्रक्रिया आपको बता दें कि 68,500 शिक्षक भर्ती में नियुक्ति प्रक्रिया बीते साल में ही पूरी हो चुकी है। जिसमें 40,787 अभ्यर्थी सफल हुए थे और उन्हें सितम्बर में ही नियुक्ति पत्र दे दिये गये थे। लेकिन हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं के माध्यम से इस शिक्षक भर्ती में गड़बड़ियां सामने आईं। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अभ्यर्थियों को पुनर्मूल्यांकन का मौका दिया। इसके लिए इस शिक्षक भर्ती के 32 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसके रिजल्ट में 4688 अभ्यर्थी सफल पाये गये थे।
पुनर्मूल्यांकन के बाद शिक्षकों की होनी है ज्वाइनिंग पुनर्मूल्यांकन के बाद नियुक्त हुए नये शिक्षकों को अब कार्यभार ग्रहण कराना है। इनकी काउंसिलिंग भी बीते शनिवार को पूरी हो चुकी है। अब इन शिक्षकों को सिर्फ ज्वाइनिंग दी जानी है। अधिकारियों ने बताया कि यह भर्ती हाईकोर्ट के नियमों के अधीन की जा रही है। इसलिए लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का इसपर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आचार संहिता का हवाला देकर कोई भी इन शिक्षकों को ज्वाइन करने से रोक नहीं सकता।