कम कौशल वाले कर्मियों की सैलरी में मामूली इजाफा
वहीं दूसरी तरफ, प्लांट आैर मशीन आॅपरेटर्स के वेतन में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है। सभी प्रोफेशन में आैसत वेतन वृद्घि की बात करें तो ये 93 फीसदी रहा है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कम कौशल वाले व्यवसायों में 2004-05 से 2011-12 के बीच प्रतिदिन के वेतन में 3.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुर्इ है। यही कारण है कि उनके कुल वेतन बढ़ोतरी में कमी आर्इ है।
वेतन आयोग की वजह से बढ़ी सैलरी
रिपोर्ट के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में साल 1993-94 से लेकर साल 2001-05 के दौरान वेतन बढ़ोतरी में समान रफ्तार देखने को मिली है। खासकर पेशेवर आैर प्रशासनिक श्रेत्री के लोग इसमें शामिल हैं। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वेतन आयाेग की वजह से सरकारी एवं पब्लिक सेक्टर में कार्यरत लोगों के वेतन में अधिक बढ़ोतरी हुर्इ है। इसके साथ ही प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत लोगों के वेतन में भी बढ़ोतरी हुर्इ है।
पुरुषों की तुलना में कितनी है महिलाआें की सैलरी
महिलाआें आैर पुरुषों के दैनिक वेतन की बात करें तो इस रिपेार्ट के मुताबिक इन दोनों के वेतन में एक समान की वृद्घि हुर्इ है। खासकर उच्च श्रेणी के वेतनकर्मियों की बात करें तो यहां महिलाआें आैर पुरुषों की सैलरी में कम गैप देखने को मिला है। 2011-12 के दौरान पुरुषों की सैलरी की तुलना में महिलआें का वेतन 92 फीसदी रहा है। वहीं प्रोफेशन वर्कर्स की बात करें तो यहां पुरुषाे की सैलरी के तुलना में महिलाआें की सैलरी 75 फीसदी रहा है।