वन रेंजर आरपी गौतम के मुताबिक यह जानवर तेंदुआ नहीं बल्कि वन बिलारा है, जो तेंदुए से काफी मिलता जुलता होता है। यही कारण है कि इसे लोग तेंदुआ समझ रहे हैं। हांलाकि, मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दी गई है। पूर्ण रूप से पुष्टि हो जाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मैगलगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनएच 24 पर चपरतला गांव के पास टहलने निकले कुछ लोगों को तेंदुए का शव मिला।
सुनी बाघ की दहाड़, दिखाई दिए पदचिन्ह शौच के लिए गए एक ग्रामीण ने बाघ की दहाड़ सुनी। साथ ही उसने बाघ के पद चिन्ह भी देखे। जिसके बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है। निघासन तहसील क्षेत्र के गांव चखरा निवासी पाल सिंह को सुबह बाघ के दहाड़ने की आवाज सुनाई पड़ी और बाद में उसके पदचिन्ह भी दिखे। पदचिन्ह घर के आस-पास व पानी के टैंक के पास भी दिखे। पाल सिंह ने बताया कि बाघ उनके घर के आस-पास बने खेतों में ही छुपा है और वन विभाग को सूचना दिए जाने के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
बाघ की तलाश जारी बता दें चखरा गांव दुधवा जंगल के काफी नजदीक है। यही कारण है कि इससे पहले भी इस गांव में बाघ की आमद को दर्ज किया जा चुका है। करीब एक माह पहले वन विभाग की टीम द्वारा गांव के पास से बाघ को खदेड़ के जंगल के अंदर किया गया था। रेंजर पलटू राम ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने फौरन ही टीम को गांव भेज दिया। हालांकि, अभी तक टीम को बाघ दिखाई नहीं दिया है। बाघ की तलाश जारी है।