हरियाणा के रहने वाले जगदीश व जोगिंदर की पहचान कुशीनगर की रहने वाली काजल नाम की एक महिला से हुई। बातों बात में महिला ने दोनों युवकों की शादी कुशीनगर में कराने का वादा कर बीते दो जनवरी को कुशीनगर बुलवाया। दोनों युवक शादी के वास्ते कुशीनगर चले आए। महिला ने दो युवतियों को उनको दिखाया। फिर शादी की बात कर पक्की कर दी।
गोरखनाथ मंदिर में पहुंचे पीड़ित युवकों के अनुसार आरोपी महिला काजल ने उन दोनों युवकों को कप्तानगंज के एक होटल में ठहराया। शादी तय हो जाने के बाद महिला की मदद से ही युवकों ने कपड़े और गहने खरीदे। अगले दिन यानी तीन जनवरी को दोनों युवकों को महिला महराजगंज लेकर गई। वहां किसी की मदद से महिला ने दोनों युवतियों के साथ दोनों युवकों की शादी के कागजात तैयार कराए। 100-100 रुपये के स्टैंप पर दोनों युवकों की शादी का करारनामा हुआ। महिला ने इन कागजातों को कोर्ट में पेश कर कोर्ट मैरेज सर्टिफिकेट बाद में लेने की बात कह कागज अपने पास रख लिए। फिर पारंपरिक विधि से शादी की तैयारियां शुरू हुई। महिला दोनों दुल्हनों को अपने साथ एक टेंपू में तैयार कराने के लिए लेकर गई। उसने युवकों द्वारा खरीदे गए गहने और कपड़े ले लिए साथ ही कुछ नकदी भी रख ली।
फिर काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी न दुल्हनें लौटी न महिला। जब महिला वापस नहीं लौटी तो खुद को ठगे जाने का अहसास हुआ।
गोरखनाथ मंदिर में पहुंचे पीड़ित युवकों के अनुसार आरोपी महिला काजल ने उन दोनों युवकों को कप्तानगंज के एक होटल में ठहराया। शादी तय हो जाने के बाद महिला की मदद से ही युवकों ने कपड़े और गहने खरीदे। अगले दिन यानी तीन जनवरी को दोनों युवकों को महिला महराजगंज लेकर गई। वहां किसी की मदद से महिला ने दोनों युवतियों के साथ दोनों युवकों की शादी के कागजात तैयार कराए। 100-100 रुपये के स्टैंप पर दोनों युवकों की शादी का करारनामा हुआ। महिला ने इन कागजातों को कोर्ट में पेश कर कोर्ट मैरेज सर्टिफिकेट बाद में लेने की बात कह कागज अपने पास रख लिए। फिर पारंपरिक विधि से शादी की तैयारियां शुरू हुई। महिला दोनों दुल्हनों को अपने साथ एक टेंपू में तैयार कराने के लिए लेकर गई। उसने युवकों द्वारा खरीदे गए गहने और कपड़े ले लिए साथ ही कुछ नकदी भी रख ली।
फिर काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी न दुल्हनें लौटी न महिला। जब महिला वापस नहीं लौटी तो खुद को ठगे जाने का अहसास हुआ।