राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम विभिन्न श्रेणी के यात्रियों को नि:शुल्क या रियायती दर पर यात्रा करवाता है। इस छूट का सरकार समय पर भुगतान नहीं करती। ऐसे में रोडवेज को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। यदि रोडवेज की ओर से बसों में रियायत को थोड़ा कम कर दिया जाए तो ज्यादा दिक्कत नहीं आए।
रोडवेज कर्मचारियों को ओवरटाइम ड्यूटी की एवज में राशि का भुगतान होता है। लेकिन राशि लंबे समय से अटकी हुई। कर्मचारियों को राशि मिलनी चाहिए, लेकिन यह ऊपरी स्तर का मामला है।
– द्वारकाप्रसाद सोनी, स्थान प्रभारी, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम, कुचामनसिटी