बाल तस्करी का बड़ा खुलासा: बिहार के तीन बच्चों को कपड़ा फैक्ट्री में बाल श्रम करवाने ले जा रहे गुजरात
कोटा. बिहार से अहमदाबाद जा रही अजीमाबाद एक्सप्रेस से बचपन बचाओ आंदोलन कोटा की टीम ने तीन बालकों को बाल तस्करी से मुक्त कराया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी बालकों को अहमदाबाद स्थित कपड़े की फैक्ट्री में काम करवाने के लिए ले जा रहे थे। बच्चों के परिजन के खाते में 25 हजार रुपए एडवांस डाले गए थे।
कोटा. बिहार से अहमदाबाद जा रही अजीमाबाद एक्सप्रेस से बचपन बचाओ आंदोलन कोटा की टीम ने तीन बालकों को बाल तस्करी से मुक्त कराया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी बालकों को अहमदाबाद स्थित कपड़े की फैक्ट्री में काम करवाने के लिए ले जा रहे थे। बच्चों के परिजन के खाते में 25 हजार रुपए एडवांस डाले गए थे।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. अजीत शर्मा ने बताया कि बचपन बचाओ आन्दोलन की सहायक परियोजना अधिकारी रेखा कुमारी, मोहम्मद दिलशाद, आरपीएफ कांस्टेबल मनोज कुमार मीणा को अजीमाबाद एक्सप्रेस में आउटरीच के दौरान तीन बालकों को दो व्यक्तियों के साथ जाने पर संदेह हुआ तो तीनों बालकों को कोटा स्टेशन पर उतार लिया और दोनों संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र राठौर ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी बालकों को अहमदाबाद स्थित कपड़े की फैक्ट्री में काम करवाने के लिए ले जा रहे थे। बच्चों के परिजन के खाते में 25 हजार रुपए एडवांस डाले गए थे। तीनों बालकों को उत्कर्ष संस्थान में अस्थाई आश्रय दिलाया गया है। बाल तस्करी करवाने वाले दोनों व्यक्तियों के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
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