नेशनल हाइवे पर टैंकर-कंटेनर की जोरदार भिडंत, सड़क पर बहा खून, मची चीख-पुकार फर्जी डिग्री की आशंकाओं को खत्म करने की कवायद में विवि ने इस बार हाइटेक फीचर्स इस्तेमालकिए हैं। खास बात यह कि इसे स्कैन या फोटो स्टेट करने के बाद जैसे ही प्रिंट निकाला जाएगा, उस पर ‘फोटो स्टेट कॉपीÓ लिखा हुआ आएगा।
फाइबर बेस्ड पेपर से बनी
आरटीयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके द्विवेदी ने बताया कि डिग्री बनाने के लिए फाइबर बेस्ड नॉनटियरेबल पेपर का इस्तेमाल किया गया है। यह न तो फाड़ा जा सकेगा और ना ही तेजाब से जलेगा। बड़ी बात यह भी कि इस डिग्री को लेमिनेट करने की भी जरूरत नहीं है। गलती से भी इसे लेमिनेट करवाया तो यह प्लास्टिक की छोटी सी गेंद में तब्दील हो जाएगा। डिग्री से पीछे साफ शब्दों में लिखवाया गया है कि ‘इसे लेमिनेट न करवाएं।Ó
आरटीयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके द्विवेदी ने बताया कि डिग्री बनाने के लिए फाइबर बेस्ड नॉनटियरेबल पेपर का इस्तेमाल किया गया है। यह न तो फाड़ा जा सकेगा और ना ही तेजाब से जलेगा। बड़ी बात यह भी कि इस डिग्री को लेमिनेट करने की भी जरूरत नहीं है। गलती से भी इसे लेमिनेट करवाया तो यह प्लास्टिक की छोटी सी गेंद में तब्दील हो जाएगा। डिग्री से पीछे साफ शब्दों में लिखवाया गया है कि ‘इसे लेमिनेट न करवाएं।Ó
चिप में दर्ज है ब्यौरा डिग्री में इंस्टॉल दो कोरिलेशन मार्क एक कलर्ड चिप की तरह काम करेंगे। मार्क को जैसे ही डाटा डिकोड मशीन से स्कैन किया जाएगा, विद्यार्थी के दाखिले से लेकर उसे परीक्षा में मिले अंक और हासिल की गई उपलब्धियों का रिकॉर्ड सामने होगा। डिग्री को बार कोड, सीरियल नंबर और क्यूआर कोड जैसी थ्री लेयर कोडिंग सिक्योरिटी से भी लैस किया गया है। तीनों कोड में दर्ज गोपनीय जानकारियों का मिलान होने के बाद ही डिग्री की वैधता साबित होगी।
कॉपी नहीं होंगे 10 वॉटर मार्क
प्रो. द्विवेदी ने बताया कि डिग्री की छपाई नोटों की तरह ही उभरी हुई है। इसमें 10 वॉटर मार्क डाले गए हैं। इनमें बच्चे के साथ ही विवि का नाम भी दर्ज है। इन वॉटरमार्क की डुप्लीकेट कॉपी ‘असंभवÓ है। सबसे खास फीचर नियोन इंक का लेयर फ्रेम है, जो अंधेरे में रेडियम की तरह चमकेगा, लेकिन स्कैन या फोटो स्टेट करने पर इसका प्रिंट नहीं आएगा। पूरी डिग्री में दस हजार बार से ज्यादा विवि का नाम दर्ज है।
प्रो. द्विवेदी ने बताया कि डिग्री की छपाई नोटों की तरह ही उभरी हुई है। इसमें 10 वॉटर मार्क डाले गए हैं। इनमें बच्चे के साथ ही विवि का नाम भी दर्ज है। इन वॉटरमार्क की डुप्लीकेट कॉपी ‘असंभवÓ है। सबसे खास फीचर नियोन इंक का लेयर फ्रेम है, जो अंधेरे में रेडियम की तरह चमकेगा, लेकिन स्कैन या फोटो स्टेट करने पर इसका प्रिंट नहीं आएगा। पूरी डिग्री में दस हजार बार से ज्यादा विवि का नाम दर्ज है।