पश्चिम बंगाल में बड़ा खेल
उन्होंने बताया कि पकड़े गए दलालों में अधिकांश दलाल पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किए गए। आरपीएफ ने रेलवे के आईटी प्रकोष्ठ के साथ की गई कार्रवाई में संदिग्धों की पहचान की गई और 338 स्थानों पर एक ही समय पर छापा मारा गया।
आरपीएफ के महानिदेशक अरूण कुमार ने कहा कि रेलवे में गर्मियों की छुट्टियां होने के कारण इन दिनों काफी भीउ़ भाड़ है। इसके अलावा उत्तर भारत में शादियों का मौसम से यात्रियों की संख्या अधिक है। ऐसे में पता चला कि असामाजिक तत्व हमारी सुविधाओं का दुरूपयोग कर रहे हैं और कहीं अधिक कीमत पर टिकटें बेच रहे हैं। इस पर आरपीएफ ने गुप्त रूप से पूरी तफ्तीश की। पूरी तैयारियों के बाद गुरुवार को एकसाथ छापेमारी कर ऑपरेशन थंडर के तहत 205 शहरों में थंडर ऑपरेशन चलाकर करीब 400 दलालों को गिरफ्तार किया। आरपीएफ ने दलालों से 36,91,580 रुपए कीमत के 22,253 टिकटें भी जब्त किए।
इन टिकटों पर यात्रा की जानी थी। कुमार ने बताया कि शुरूआती जांच में यह पता चला कि इन दलालों ने टिकटों की इस तरह की अवैध बिक्री कर 3,79,02,803 रुपए का कारोबार किया। कोलकाता से 51 दलाल, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से 41 मामले सामने आए। कोटा कोटा से एएनएमएस जिसे रेड मिर्ची नाम का एक अवैध सॉफ्टवेयर जब्त किया। इसका इस्तेमाल आईआरसीटीसी की तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली से जोड़कर किया जाता है। ये टिकटें अक्सर जिन 387 यूजर आईडी से बुक की गई थी। उन्हें ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। इन सभी टिकटों को अमान्य कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमने इन दलालों पर दबाव बढ़ाने के लिए इस तरह की छापेमारी जारी रखने का भी निर्देश दिया है।