ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि छात्र रामस्वरूप मीणा अपने स्कूली साथियों के साथ गांव की सड़क पर कंटीली झांडिय़ा बिछाकर लोगों से होली का चंदा मांग रहा था। इसी दौरान यहां से सिविल ड्रेस में गुजर रहे कांस्टेबल लक्ष्मीनारायण से भी चंदा मांगा। सड़क पर कंटीली झाडिय़ां देख कांस्टेबल नाराज हो गया और छात्र रामस्वरूप मीणा को चांटे जड़ दिए। घटना का पता लगने पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और हंगामा करने लगे।
विरोध बढ़ता देख कांस्टेबल ने थाने से कुछ पुलिसकर्मियों को मौके पर बुला लिया। इसके बाद कांस्टेबल लक्ष्मीनारायण ने ग्रामीणों की समझाइश की, कि छात्रों द्वारा प्रमुख सड़क पर कंटीली झाडिय़ा बिछाकर चंदा एकत्रित करना गलत है। राहगीरों को आने-जाने में काफी दिक्कतें होती है। कोई राहगीर हादसे का शिकार हो सकता है। इसके बाद पुलिसकर्मी वहां से लौट गए। लोगों ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई है।
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ग्रामीणों का आरोप, थाने में बंद करने की धमकी ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस कांस्टेबल ने छात्र को थप्पड़ मारने का विरोध किया तो उसने सभी लोगों को थाने में बंद करने की धमकी दी। पुलिस के रवैये से खफा लोगों ने गांव में नारेबाजी कर विरोध जताया।
थप्पड़ नहीं मारी, समझाइश की है
एएसआई प्रहलाद सिंह ने बताया कि लोगों की शिकायत पर मैं मौके पर पहुंचा और मामले की जानकारी ली। जिसमें सामने आया कि कांस्टेबल ने छात्र को थप्पड़ नहीं मारा बल्कि समझाइश की थी। बच्चे सड़क पर कंटीली झाडिय़ां बिछाकर राहगीरों से चंदा मांग रहे थे। जिससे मार्ग अवरुद्ध हो रहा था। थप्पड़ मारने जैसी कोई बात नहीं है।