भारतीय किसान संघ के प्रांत महामंत्री जगदीश कलमंडा व पूर्व सरपंच खुमान सिंह नरूका ने बताया कि ड्रेनों की सफाई नहीं होने से बरसात में खेतों से पानी की निकासी देरी से होती है। खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। दिनों तक खेत लबालब रहने से फसलें खराब हो जाती हैं। पिछले कई वर्षों से खेरूला, भूनेण, बम्बोलिया, बांक्या, सनीजा बावड़ी आदि गांवों में जलभराव से कई बीघा फसल नष्ट होती रही है। उस समय अधिकारी आते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं लेकिन किसी ने सफाई नहीं कराई।
पूरी गर्मी नहीं किया काम-
कांग्रेस देहात जिला उपाध्यक्ष हरिप्रकाश शर्मा व सादिक मंसूरी ने बताया कि सीएडी द्वारा दीगोद, कल्याणपुरा, मानसगांव, डाबर ब्रांच के लिए 51 करोड़ रुपयों से मरम्मत कार्य किया जा रहा है। वह भी क छुआ गति से चल रहा है। सुल्तानपुर सब ब्रांच व बड़ौद सब ब्रांच पर एक भी कार्य नहीं किया गया। जगह जगह से माइनर व नहर टूटी हुई है।