script

डॉ. कलाम की याद में राष्ट्रीय अधिकार सप्ताह का आयोजन

locationकोटाPublished: Oct 15, 2019 07:15:04 pm

Submitted by:

Suraksha Rajora

अक्टूबर का तीसरा सप्ताह यानी 14 से 21 अक्टूबर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की याद में राष्ट्रीय अधिकार सप्ताह मनाया जा रहा है

डॉ. कलाम की याद में राष्ट्रीय अधिकार सप्ताह का आयोजन

डॉ. कलाम की याद में राष्ट्रीय अधिकार सप्ताह का आयोजन

कोटा. विज्ञान एवं गणित विषय के अध्ययन को सार्थक,रुचिकर, आनंददायी तथा रचनात्मक बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय आविष्कार अभियान प्रारंभ किया गया था। कैरियर पॉइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के मूल रूप से दो उद्देश्य थे।
प्रथम उद्देश्य था कि विज्ञान के विद्यार्थीयों की अन्वेक्षण एवं अविष्कारों में रुचि जागृत हो। द्वितीय उद्देश्य था कि अन्वेक्षण की दिशा स्थानीय तथा राष्ट्रीय सामाजिक मुद्दों से जुड़ी हुई हो। शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के तहत वर्ष-2019 में राष्ट्रीय अविष्कार सप्ताह मनाने का निर्णय लिया गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग नई दिल्ली ने राष्ट्रीय आविष्कार सप्ताह के आयोजन हेतु गाइडलाइन जारी कर दी है जो कि काउंसिल की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
आयोजन की थीम “जल संरक्षण एवं गुणवत्ता निर्धारण”

महान वैज्ञानिक एवं मिसाइल मैन भूतपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के महान कार्यों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु राष्ट्रीय अविष्कार सप्ताह का आयोजन अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में 14 अक्टूबर से 21 अक्टूबर के मध्य करने का निर्णय लिया गया है। कारण यह है कि 15 अक्टूबर को महान कलाम का जन्म दिवस है अतः महान आविष्कारक के जन्मदिवस के साथ अविष्कार सप्ताह मनाना बेहतरीन होगा। शर्मा ने बताया कि अविष्कार सप्ताह-2019 की थीम “जल संरक्षण एवं गुणवत्ता निर्धारण” रखी गई है। निश्चित तौर पर यह भारतीय समाज से जुड़ा एक ज्वलंत मुद्दा है।
स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग तथा डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन एवं ट्रेनिंग पर रहेगा आयोजन का दारोमदार

नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग,नई दिल्ली द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक ब्लॉक से तीन से पांच सीनियर सेकेंडरी विद्यालयों का चयन किया जाएगा जिनमें विज्ञान संकाय संचालित हो। देव शर्मा ने बताया कि जल संरक्षण एवं गुणवत्ता निर्धारण हेतु विद्यालय में उपलब्ध रसायन विज्ञान प्रयोगशाला का उपयोग किया जाएगा जिसमें विद्यालय के गुरुजनों की भी पूर्ण भागीदारी होगी।
अन्वेषण के लिए अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता होने पर प्रति विद्यालय ₹3000 तक राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध करवाए जाएंगे। राज्य सरकारों के अधीन कार्यरत स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग तथा जिला स्तर पर डाइट इस दिशा में पूर्णतया सहयोग करेंगे। “जल संरक्षण एवं गुणवत्ता निर्धारण” की थीम पर आयोजित किए जाने वाले उपरोक्त अन्वेक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग तथा डाइट की होगी।
विभिन्न जल स्रोतों से लिए जाएंगे जल के नमूने “जल संरक्षण” का संदेश देने हेतु आयोजित की जाएंगी कई गतिविधियां

राष्ट्रीय अविष्कार सप्ताह के दौरान चयनित स्कूली विद्यार्थियों द्वारा इलाके के विभिन्न जल स्रोतों से जल के नमूने एकत्रित किए जाएंगे। विद्यालय के रसायन शास्त्र के प्राध्यापकों की उपस्थिति में एकत्रित किए गए नमूनों की जांच विद्यालय की रसायन शास्त्र प्रयोगशाला में की जाएगी। जांच के दौरान जल में उपलब्ध डिसोल्वड सॉलिड्स, फोमिंग कैपेसिटी तथा पी-एच का मापन किया जाएगा। देव शर्मा ने बताया कि अन्वेक्षण से संबंधित संपूर्ण डाटा का रिकॉर्ड तैयार कर उसे नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग के द्वारा उपलब्ध कराए गए लिंक पर अपलोड भी करना होगा।

ट्रेंडिंग वीडियो