कजाकिस्तान से भारत आई महिला ने कलक्टर को जिला पत्र, कहा-डॉक्टर पति करता है मेंटल टॉचर्र, प्लीज मदद करो, पढि़ए, टिकाया वेरा की दर्दनाक दास्तां
जानकारी के अनुसार गिरधरपुरा निवासी एक महिला को एक निजी अस्पताल में चार दिन पहले प्रसव हुआ था। बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब होने पर परिजन रविवार को उसे जेके लोन अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां शाम को उसकी मौत हो गई। परिजनों ने रेजीडेंट डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। उन्होंने डॉक्टरों को घेर लिया, हंगामे की सूचना पर अधीक्षक व नयापुरा पुलिस मौके पर पहुंची। मामला शांत करवाया। हालांकि इस मामले में परिजनों ने पुलिस व अस्पताल प्रशासन को शिकायत नहीं दी है। BIG News: हाड़ौती के सबसे बड़े जेके लोन अस्पताल में रोजाना 30 से 40 नवजात बच्चों की जान खतरे में…
नयापुरा थानाधिकारी संजय रॉयल ने बताया कि जेके लोन अस्पताल में बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया था। मौके पर पहुंच मामला शांत करवा दिया। परिजनों ने कोई रिपोर्ट नहीं दी है। वे शव लेकर चले गए।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा ने बताया कि गिरधपुरा निवासी महिला का चार दिन का बच्चा था। उसे सेपटीसिमिया नामक रोग था। तबीयत ज्यादा खराब थी। गंभीर स्थिति के बारे में परिजनों से भी लिखवा लिया था। शाम को बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने किसी तरह की शिकायत नहीं दी है।