खाकी का किया इस्तकबाल, लूट खोलने पर नवाजा …
पोशाकों व ठाकुरजी की प्रतिमाओं की सुंदरता इतनी है कि नजरे हटने का नाम ही नहीं लेती। खरीदारी करने आई जिज्ञासा , सुमन बताती है कि पूजा सामग्री की इन दुकानों की संख्या अन्य दुकानों की तुलना में बेशक कम है, लेकिन इनमें धार्मिक नगरी से लेकर तीर्थस्थल की झलक देखने को मिलती है। अष्ठ धातु की मूर्तियां इन दुकानों पर पीतल और अष्ठ धातु से निर्मित बाल गोपाल, राधाकृष्ण की मूर्तियां उपलब्ध है।मेले में आस्था की बात करे तो यहां महाकाल से लेकर मथुरा-वृंदावन तक की महक की अनुभूति होगी। पीतल और अष्ठ धातु से निर्मित बाल गोपाल, राधाकृष्ण की मूर्तियां आकर्षण का केंद्र बनी है। दैनिक जरूरतों के सामान के साथ मन की शांति भी जरूरी है। ऐसे में इन धार्मिक दुकानों पर हर आकार के भगवान लड्डू गोपाल से लेकर रामदरबार और शिवलिंग तक सजे हैं। मेले में सजी पूजा सामग्री की इन दुकानों पर पहुंचते ही मन में अपने आप ही आस्था का भाव जागृत होने लगता है और मन में अजीब सी शांति महसूस होती हैं।
मेले में मथुरा से आई इन दुकानों पर ठाकुरजी के मुकुट, श्रंगार, पोषाक, झूलों के अलावा शंख व अन्य पूजन सामग्री भी अलग-अलग रेंज में उपलब्ध है।