हिम्मत नहीं हारो तो मिल ही जाती है सफलता…एम्स में कोटा की बेटी ने किया कमाल इस वर्ष 23 आईआईटीए 31 एनआईटीए 25 ट्रिपलआईटी एवं 28 जीएफ टीआई में प्रवेश के लिए एक साथ ज्वाइंट काउंसलिंग करवाई जा रही है। इस वर्ष विद्यार्थी कुल 107 कॉलेजों के लगभग 600 से अधिक प्रोग्राम के लिए ज्वाइंट काउंसलिंग के दौरान अपनी कॉलेजों की पसंद भर सकता है।
भाई-बहन की जोड़ी ने कर दिया कमाल, साथ-साथ पढ़े और अब बनेंगे डॉक्टर… गौरतलब है कि एनआईटीए ट्रिपलआईटी व जीएफ टीआई के लिए जेईई.मेन परीक्षा में बैठे 11 लाख 47 हजार 125 विद्यार्थी जोसा काउंसलिंग में भाग ले सकेंगे। वहीं दूसरी तरफ जेईई.एडवांस द्वारा क्वालीफ ाइ विद्यार्थी एनआईटीए ट्रिपलआईटी के साथ.साथ आईआईटी प्रवेश के लिए जोसा काउंसलिंग में भाग ले सकेंगे।
केवल आईआईटी काउंसलिंग के लिए 38705 विद्यार्थियों को योग्य घोषित किया गया है। ज्वाइंट काउंसलिंग के लिए जोसा द्वारा काउंसलिंग शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है। इस वर्ष जोसा काउंसलिंग सात राउण्ड में संपन्न की जाएगी। जारी किए गए काउंसलिंग शेड्युल में विद्यार्थी आज सुबह 10 बजे से अपनी कॉलेजे की पसंद को भर सकता है।
एलन इंस्टीयूटयूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार कॉलेज की पसंद भरने की अंतिम तिथि 25 जून सांय पांच बजे तक रखी गई है। 22 जून सुबह दस बजे मॉक सीट आवंटन जारी किया जाएगा। साथ ही 24 जून सुबह 10 बजे द्वितीय मॉक सीट आवंटन जारी होगा। प्रथम राउण्ड सीट आवंटन 27 जून को जारी होगा।
विद्यार्थियों को सीट असेप्टेंस फ ीस जमा कर 2 जुलाई तक आवश्यक दस्तावेजों के साथ रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा। 3 जुलाई को द्वितीय राउण्ड 6 जुलाई को तृतीय 9 जुलाई चौथे 12 जुलाई को 5वें 15 जुलाई को छठे तथा 18 जुलाई को अंतिम सातवें राउण्ड का सीट आवंटन किया जाएगा।
इस वर्ष आईआईटी की सीट आवंटन के पश्चात 18 आईआईटी में रिपोर्टिंग सेंटर बनाए गए हैं। साथ ही एनआईटी, ट्रिपलआईटी एवं जीएफटीआई में सीट आवंटन के पश्चात रिपोर्टिंग के लिए कुल 45 रिपोर्टिंग सेंटर बनाए गए हैं। विद्यार्थियों को अपने कॉलेजों को प्राथमिकता के घटते हुए क्रम में भरने का एक ही अवसर मिलेगा
जिसको लॉक करने के उपरान्त उसमें बदलाव नहीं किया जा सकेगा। विद्यार्थी इस वर्ष 107 कॉलेजों के 600 से अधिक प्रोग्राम्स के लिए कॉलेज विकल्प भरेंगे। जोसा की वेबसाइट पर विद्यार्थी समस्त कॉलेजों की गत वर्षों की ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक को देखकर अपनी स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं। यह ओपनिंग एवं क्लोजिंग रैंक हर वर्ष परिवर्तित होती रहती है। अत: विद्यार्थियों को अपने रूझान व ब्रांच लेने की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त कॉलेजेज की च्वाइस भरनी चाहिए।