जांच, उपकरणों से संबंधित तकनीकी जानकारी मिलेगी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए मेडिकल साइंस तथा इंजीनियरिंग के मध्य एक सेतु की स्थापना अत्यंत आवश्यक थी। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को मानव शरीर संरचना विज्ञान के सभी पहलुओं के साथ-साथ आवश्यक जांच, उपकरणों से संबंधित तकनीकी एवं इंजीनियरिंग विषयों की शिक्षा भी दी जाएगी।
12वीं बोर्ड में मात्र 60 प्रतिशत अंक पर्याप्त एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन/एडवांस्ड के माध्यम से आईआईटी,एनआईटी, ट्रिपल-आईटी, जीएफटीआई संस्थानों में प्रवेश के लिए 75 प्रतिशत अंकों की बाध्यता के चलते जनरल/ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कई विद्यार्थी उपरोक्त संस्थानों में प्रवेश से वंचित रह जाते हैं। ऐसे विद्यार्थियों के लिए आईआईटी मद्रास का यह नवाचार एक संजीवनी की भांति है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए एससी,एसटी, दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए 12वीं बोर्ड में एग्रीगेट 55 प्रतिशत अंक तथा जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों के लिए एग्रीगेट 60 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीनियर सैकेंडरी स्तर पर गणित विषय का होना अनिवार्य है। अन्य विषयों में बायोलॉजी, गणित, कैमिस्ट्री में से कोई 2 विषय पर्याप्त हैं।
आईएटी का आयोजन 9 जून को
बीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आईआईटी मद्रास के बीएस एमएसई ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा। इससे पूर्व विद्यार्थी को आईआईएसईआर एप्टीट्यूड टेस्ट (आईएटी) के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जिसका आयोजन 9 जून को किया जाएगा। वर्तमान में बीएस एमएसई पाठ्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी है, जो कि 5 जून तक जारी रहेगी।