स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं संयुक्त सचिव की ओर से जारी नोटिस में कहा है कि निदेशालय स्वायत्त विभाग की ओर से गठित कमेटी की जांच रिपोर्ट के अनुसार निगम की ओर से मैसर्स वरदान ट्रेडर्स को 29 लाख 29 हजार 518 रुपए का विभिन्न पार्कों में मिट्टी भरने का कार्यादेश दिया गया था। जिसमें रीको औद्योगिक क्षेत्र में स्थित नालंदा एकेडमी स्कूल के पश्चिम दिशा में स्थित पार्क में भी मिट्टी डलवाई गई है। जबकि यह पार्क निगम का नहीं होकर रीको के स्वामित्व की भूमि का है।
सहायक अभियंता मोतीलाल चौधरी, अब्दुल कय्युम कैरशी तथा कनिष्ठ अभियंता तौफिक अहमद से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। नोटिस में कहा कि आयुक्त ने आदेश की पालना नहीं करने तथा निजी स्कूल के फायदे के लिए मिट्टी डलवाने का जिम्मेदार माना है।
निगम चुनाव के वक्त सरकार ने द्वेषता के चलते रीको पार्क में मिट्टी डलवाने के संबंध में नोटिस दिया है, जो अनुचित है। जनता अर्जी लेकर आती है तो मैं तो महापौर के नाते काम करने की अनुशंसा कर देता हूं। रीको पार्क में भी यही स्थिति थी। पार्क सभी के उपयोग के लिए है। आयुक्त ने परीक्षण करने के बाद ही अलग-अलग पार्कों में मिट्टी डलवाने का कार्यादेश दिया था। शहर के कई वार्डों की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि वहां अलग-अलग सरकारी एजेन्सियां काम करती है। जनहित में पार्क और सड़कों का काम किया जाता है।
महेश विजय महापौर